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चीन बॉर्डर को मजबूत करने में जुटी उत्तराखंड सरकार, सीमाओं की सुरक्षा पर जोर

India-China border: उत्तराखंड में पहाड़ पर सड़क मार्ग को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार ( Pushkar Dhami Government of Uttarakhand ) पहाड़ों पर टनल बनाने की ओर कदम बढ़ा रही है.

Updated on: 08 Apr 2022, 06:22 PM

New Delhi:

India-China border: उत्तराखंड में पहाड़ पर सड़क मार्ग को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार ( Pushkar Dhami Government of Uttarakhand ) पहाड़ों पर टनल बनाने की ओर कदम बढ़ा रही है. सरकार की प्लानिंग है कि पिथौरागढ़ से चमोली जनपद तक चीन बॉर्डर ( China Border ) को और ज्यादा मजबूत और सुगम बनाया जाए. आखिर कैसे पहाड़ों पर टनल से सीमाएं मजबूत होंगी और लोगों के लिए सफर आसान होगा देखिए इस स्पेशल रिपोर्ट में......

आपातकालीन परिस्थिति के लिए भी बहुत ज्यादा सहायक

उत्तराखंड में हर साल बारिश और आपदा के कारण करोड़ों रुपए की सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और राज्य को बड़ा नुकसान होता है पहाड़ों पर सफर करना आसान नहीं है. ऐसे में उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार राज्य में पहाड़ों पर सफर सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए पहाड़ में अधिकतर सफर टनल के जरिए सुगम बनाने की योजना बना रही है. कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहुंचे थे. जहां मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिथौरागढ़ जनपद के  सिपु से तोला के बीच लगभग 22 किमी लम्बाई की टनल के निर्माण से पिथौरागढ़ की दारमा वैली और जोहर वैली एक दूसरे से जुड़ जाएंगी। जिसके बाद पिथौरागढ़ की मिलम वैली से चमोली जनपद के लप्थल तक 30 किमी टनल के निर्माण से जोड़ा जाएगा. जिससे पिथौरागढ़ के चीन बॉर्डर का क्षेत्र चमोली जनपद के चीन बॉर्डर से लगे हुए क्षेत्र से पूरी तरह जुड़ जाएगा और भविष्य में किसी भी तरह की आपातकालीन परिस्थिति के लिए भी बहुत ज्यादा सहायक होगा. उत्तराखंड के प्रमुख सचिव लोक निर्माण आरके सुधांशु ने कहा है कि टनल के जरिए  पहाड़ में रास्ते सुगम बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है.

जनपदों की दूरी कम करने के लिए भी टनल की योजना

उत्तराखंड में सरकार कई जनपदों की दूरी कम करने के लिए भी टनल की योजना पर काम कर रही है. देहरादून से टिहरी झील तक टनल बनाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है. से 105 किलोमीटर दूरी कम होगी और पर्यटकों के लिए सबसे सुगम और सुरक्षित होगा टिहरी झील तक. साथी मसूरी में भी ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बड़ी टनल बनाए जाने की परियोजना को धरातल पर उतारने की तैयारी चल रही है. उत्तराखंड के प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग का कहना है कि यह पर्यावरण के लिहाज से भी बेहतर है और किसी भी मौसम में सड़क बाधित होने का खतरा नहीं रहेगा.