logo-image

गृहमंत्री ने कहा- नई शिक्षा नीति में भारत की मिट्टी की सुगंध

ये देश चिर सनातन है, इसकी गणना कोई कर ही नहीं सकता है. परन्तु राजनीतिक रूप से अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद अब देश को 75 वर्ष हो रहे हैं, जिसका हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं.

Updated on: 30 Oct 2021, 06:59 PM

highlights

  • पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने विश्वभर में गायत्री मंत्र को प्रचारित किया
  • हरिद्वार के शांति कुंज में आयोजित हुआ " शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वर्ष व्याख्यानमाला" 
  • गायत्री मंत्र का वेद संवत उच्चारण आपके जीवन को परिवर्तित कर देगा

 

नई दिल्ली:

ये वर्ष गायत्री तीर्थ शांतिकुंज का स्वर्ण जयंती वर्ष तो है ही, परन्तु साथ में देश की आजादी का अमृत महोत्सव भी है. मैं बहुत सोच-समझ कर देश की आजादी का शब्द प्रयोग कर रहा हूं.कुछ लोगों के मन में भ्रांति है कि देश को 75 वर्ष हो रहे हैं, ये देश चिर सनातन है, इसकी गणना कोई कर ही नहीं सकता है. परन्तु राजनीतिक रूप से अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद अब देश को 75 वर्ष हो रहे हैं, जिसका हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने ये बातें हरिद्वार में कहीं. वह हरिद्वार के शांति कुंज में आयोजित " शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वर्ष व्याख्यानमाला "में बोल रहे थे.

शांतिकुंज के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि शांतिकुंज हरिद्वार में करोड़ों बार गायत्री मंत्र के उच्चारण से एक दिव्य वातावरण का इस क्षेत्र में निर्माण हुआ है. उससे ऊर्जा और चेतना प्राप्त होती है. इससे व्यक्ति में आनंद भी बढ़ता है और उत्साह भी बढ़ता है.

यह भी पढ़ें: AAP मुख्यमंत्री उम्मीदवार कर्नल कोठियाल ने पुरोहितों से की मुलाकात

पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने विश्वभर में गायत्री मंत्र को प्रचारित किया, विश्व को उसकी महिमा बताई. इसके माध्यम से करोड़ों-करोडो़ं लोगों के जीवन में परिर्वतन आया है. गायत्री मंत्र का वेद संवत उच्चारण आपके जीवन को परिवर्तित कर देगा. हमारे सनातन धर्म में शरीर विज्ञान और प्रकृति के कई रहस्यों को बहुत ही सरल तरह से बनाकर रखा गया है.

नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि बहुत लंबे समय के बाद देश में नई शिक्षा नीति भी लाई गई है. पहली बार भारत की मिट्टी की सुगंध वाली शिक्षा नीति लाने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है.