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उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूस्खलन से भारी तबाही, 4 की मौत, कई लापता

पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से चार लोगों की दुखद मौत एवं 10 अन्य के मलबे में दबे होने की खबर सामने आई है. इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया गया है.

Updated on: 30 Aug 2021, 01:30 PM

highlights

  • पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन
  • 4 लोगों की मौत एवं 10 अन्य के मलबे में दबे होने की खबर
  • रेस्क्यू एवं बचाव कार्य जारी, धामी सरकार ने दिए आवश्यक निर्देश

देहरादून:

पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से चार लोगों की दुखद मौत एवं 10 अन्य के मलबे में दबे होने की खबर सामने आई है. इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया गया है. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ. साथ ही सीेेएम धामी ने यह भी कहा कि इस दौरान मौसम के काफी खराब होने की वजह से वो घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाये हैं, लेकिन मौसम के सही होते ही उन्होंने वहां जाकर लोगों का हाल-चाल लेने की बात भी कही है. मिली जानकारी के अनुसार, सात घर इस भूस्खलन की भेंट चढ़ गए. लापता लोगों को खोजने के साथ राहत और बचाव कार्य काफी तेजी से चल रहा है. अभी तक प्रशासन और स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं. इस दौरान अभी भी छह और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है.

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यह आपदा अचानक तब आ गई, जब नेपाल में बादल फटा. इस आपदा से आंतरिक मार्ग के साथ धारचूला तपोवन में एनएचपीसी के दो आवासीय परिसर काली नदी में समा गए हैं. हालांकि फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत बचाव कार्य चल रहा है. लेकिन प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को जुम्मा में भूस्खलन की खबर सामने आई. सूचना मिलने के तुरंत बाद ही बचाव और राहत दल घटनास्थल को रवाना हो गया. लेकिन आंतरिक मार्ग ध्वस्त होने से रेस्क्यू टीम के लिए गांव तक पहुंचना मुश्किल हो गया. इस वजह से घटना के तीन घंटे बाद भी प्रशासन की टीम घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी है. इसके अलावा नेपाल में बादल फटने के बाद काली नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. इस दौरान खतरे को देखते हुए प्रशासन ने तट पर बसे लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा है. हालांकि क्षेत्र में अभी जगह-जगह मलबे का ढेर लगा हुआ है.

मौसम विभाग ने इस दौरान उत्तराखंड के चार जिलों में रविवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जिसके चलते नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में तीव्र बौछार व तेज बारिश की संभावना है. इस दौरान कुमाऊं के साथ ही गढ़वाल मंडल के कुछ जिलों में भी कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश व गर्जना के साथ बौछार पड़ सकती है. हालांकि अभी पिथौरागढ़ के जुम्मा कि स्थिति ही प्रशासन के लिए संकट का विषय बनी हुई है.