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चमोली में भारत-चीन सीमा के पास ग्लेशियर टूटा, ऋषिगंगा का जलस्तर बढ़ा

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर सुमना 2 में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है. बताया जा रहा है कि भारी बर्फबारी की वजह से यह ग्लेशियर टूटा है. ग्लेशियर टूटने के बाद से ही संपर्क कट चुका है.

Updated on: 23 Apr 2021, 10:31 PM

highlights

  • भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर सुमना 2 में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है
  • बताया जा रहा है कि भारी बर्फबारी की वजह से यह ग्लेशियर टूटा है
  • ग्लेशियर टूटने के बाद से ही संपर्क कट चुका है

 

देहरादून:

उत्तराखंड से तबाही की दस्तक देने एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं. दरअसल, भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर सुमना 2 में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है. बताया जा रहा है कि भारी बर्फबारी की वजह से यह ग्लेशियर टूटा है. ग्लेशियर टूटने के बाद से ही संपर्क कट चुका है. किसी भी तरह की बातचीत संभव नहीं हो रही है. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि भारत-चीन सीमा पर उत्तराखंड के जोशीमठ के पास एक ग्लेशियर फटा है. फिलहाल इस घटना में किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. मिली जानकारी के अनुसार सीमा क्षेत्र सुमना में सीमा सड़क संगठन (BRDO) कैंप के समीप ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया है.

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घटना के बारे में और अधिक जानकारी देते हुए सीमा सड़क संगठन (BRDO) के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने आगे बताया कि ग्लेशियर फटने से किसी मजदूर या व्यक्ति को नुकसान पहुंचा है या नहीं इसकी जानकारी इकट्ठा की जा रही है. दूसरी ओर चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से इनकार किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीआरओ के मजदूर सड़क निर्माण कार्य में जुटे हुए थे.

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पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश और बर्फबारी की वजह से चमोली जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही हैं और बर्फबारी होने से सीमा क्षेत्र में वायरलेस टेस भी काम नहीं कर रहे हैं. दरअसल, घटना जोशीमठ से करीब 90 किलोमीटर दूर सुमना नामक स्थान की है. सीमा पर अंतिम चौकी बाड़ाहोती तक यहीं से होकर पहुंचा जाता है. दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण यहां संचार नेटवर्क भी नहीं है. 

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बता दें कि इसी साल फरवरी में उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर के फटने की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी. वहीं, कई लापता हो गए थे. चमोली हादसे की कई दिल दहला देने वाली तस्वीरें भी सामने आई थीं. ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों के क्षेत्रों में बाढ़ से जान और माल की क्षति हुई थी