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उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का निधन, कांग्रेस की बैठक में भाग लेने आई थीं दिल्ली

उत्तराखंड विधानसभा में कांग्रेस और विपक्ष की नेता इंदिरा हृदयेश का निधन हो गया है. इंदिरा हृदयेश का हार्ट अटैक के चलते निधन हुआ है.

Updated on: 13 Jun 2021, 02:00 PM

highlights

  • दिल्ली आई हुई थीं इंदिरा हृदयेश
  • उत्तराखंड सदन में बिगड़ी थी तबीयत
  •  कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ी

नई दिल्ली/देहरादून:

उत्तराखंड विधानसभा में कांग्रेस और विपक्ष की नेता इंदिरा हृदयेश का निधन हो गया है. इंदिरा हृदयेश का हार्ट अटैक के चलते निधन हुआ है. उन्होंने दिल्ली के उत्तराखंड सदन में आखिरी सांस ली है. इंदिरा हृदयेश की उत्तराखंड सदन में ही तबीयत बिगड़ी थी. बताया जा रहा है कि दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पह शनिवार को दिल्ली पहुंची थीं. आज उत्तराखंड सदन के कमरा नंबर 303 में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और फिर उनकी मृत्यु हो गई. अब उनके आर्थिक शरीर को उत्तराखंड ले जाने की तैयारी की जा रही है.

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उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के निधन से कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ पड़ी. उत्तराखंड कांग्रेस की नेता इंदिरा हृदयेश को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस के कई नेता उत्तराखंड सदन पहुंचे. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, उत्तराखंड के कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इंदिरा के निधन के बाद उनके दोनों बेटे सौरभ और सुमित हृदयेश भी दिल्ली पहुंच गए हैं. तकरीबन 2:30 बजे पार्थिव शरीर को उत्तराखंड के लिए ले जाया जाएगा.

इंदिरा हृदयेश के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं, मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला. मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूं.' उन्होंने आगे लिखा, 'इंदिरा हृदयेश जी से मेरा परिचय दशकों पुराना रहा है. उनसे सदा मुझे बड़ी बहन जैसी आत्मीयता मिली. विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाने में वे सदा अग्रणी रहती थीं. मैं इस कठिन समय में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त करता हूं.'

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इसके अलावा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इंदिरा हृदयेश के निधन पर शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. वहीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भी दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'यूपी और फिर उत्तराखण्ड की राजनीति में लम्बे समय तक अति-सक्रिय व अहम भूमिका निभाने वाली उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के आज निधन की खबर अति-दुःखद. उनके परिवार व समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.'

आपको बता दें कि इंदिरा हृदयेश उत्तर प्रदश से अलग होकर बने उत्तराखंड में पिछले दो दशकों से कांग्रेस पार्टी का प्रमुख चेहरा रही थीं. राज्य में वह विपक्ष की कद्दावर नेता थीं. धीर-गंभीर अंदाज और राजनीतिक परिपक्वता की वजह से दूसरे दलों के नेता भी उनका सम्मान करते थे. इंदिरा हृदयेश उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी के रणनीतिक अभियान का प्रमुख हिस्सा थीं. इसी के मद्देनजर वह दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए यहां आई थीं.