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News State Conclave : उत्तराखंड में कांग्रेस और भाजपा के पास नहीं है युवा चेहरा : भूपेश उपाध्याय

उत्तराखंड की वर्तमान औऱ पूर्व सरकारों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तराखंड का बजट करीब बराबर है.

Updated on: 14 Oct 2021, 08:18 PM

हरिद्वार:

उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. चुनाव में अपनी जीत पक्की करने के लिए राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां हर स्तर पर तैयारी कर रही हैं. और एक दूसरे दल पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जोर पकड़ रहा है. इस बार किसका उत्तराखंड? विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड के युवाओं को नेताओं से क्या उम्मीदें हैं. न्यूज स्टेट के सम्मेलन 'युवा उत्तराखंड, युवा उम्मीद' में उत्तराखंड के कई दिग्गज नेताओं ने  जनता के सवालों का जवाब दिया. इस क्रम में उत्तराखंड AAP के कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय सवालों का जवाब दिया. 

उत्तराखंड आम आदमी पार्टी  (AAP) के कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय ने उत्तराखंड की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह 'पुष्कर सिंह धामी सरकार नहीं, बल्कि धीमी सरकार है'. 

उत्तराखंड में पार्टी की जमीन और राजनीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम दो तिहारी बहुमत लेकर सरकार बनाएंगे. आप ने उत्तराखंड में अपनी जड़ें जमाई हैं. तभी आप लोगों ने मुझे यहां अपनी बात रखने के लिए बुलाया है. उन्होंने कहा कि हम लोग कोई विदेश नहीं आए हैं. बीजेपी और कांग्रेस किसी नई पार्टी को नहीं आने देती है. 

उत्तराखंड की वर्तमान औऱ पूर्व सरकारों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तराखंड का बजट करीब बराबर है. उत्तराखंड को अलग राज्य बनें 21 साल हो गया है. लेकिन राज्य का कोई विकास नहीं हुआ.

उत्तराखंड में कांग्रेस-भाजपा के राजनीतिक आधार के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी और कांग्रेस की जड़ें खोखली हो गई हैं. आम आदमी पार्टी नई पार्टी है, हमें थोड़ा समय तो लगेगा ही. कांग्रेस को उम्मीदें नहीं हैं, इसलिए सीएम चेहरा नहीं है. 

राज्य में युवा नेतृत्व के सवाल पर  कांग्रेस -भाजपा नेताओं की उम्र पर तंज कसते हुए भूपेश उपाध्याय ने कहा कि  मदन कौशिक अपनी उम्र 60 पार बता रहे हैं. दोनों दलों के पास युवा नेता नहीं है. राज्य में बीजेपी और कांग्रेस दोनों को मिलाकर सरकार बनती है. भाजपा मुख्यमंत्री कांग्रेस का मंत्री, कांग्रेस का मुख्यमंत्री और भाजपा के मंत्री. इस तरह से राज्य में दोनों दलों को मिलाकर 'भांग्रेस' की सरकार बनती है. हमारा राजनीति करने का एक तरीका है. आम आदमी पार्टी को उत्तराखंड में गंभीरता से लिया जा रहा है.