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पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा से पहले पुरोहित नाराज, सीएम धामी मनाने पहुंचे 

उत्तराखंड चुनाव के लिए बीजेपी चुनावी अभियान का बिगुल फूंक चुकी है. 30 अक्टूबर को गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद अब 5 नवंबर को पीएम मोदी भी केदारनाथ पहुंच रहे हैं.

Updated on: 03 Nov 2021, 02:54 PM

highlights

  • 5 नवंबर को पीएम मोदी केदारनाथ जाएंगे
  • देवस्थानम बोर्ड को लेकर नाराज हैं पुरोहित
  • 30 अक्टूबर तक हल निकालने का दिया था आश्वासन

देहरादून:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा पर पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी के दौरे से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तैयारियों का जायजा लेने केदारनाथ पहुंचे. खबर आ रही है कि पुरोहित देवस्थानम बोर्ड को लेकर नाराज हैं. बताया जा रहा है कि सीएम धामी ने काफी देर बंद कमरे में पुरोहितों के साथ चर्चा की. उन्होंने भगवान राम की तरह मोदी को ‘अंतर्यामी’ बताया तो यहां तीर्थ पुरोहितों से चर्चा करने और उनकी नाराज़गी दूर करने की बात भी उन्होंने कही. धामी के साथ उनके कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी देखे गए. धामी के इस दौरे को पीएम मोदी के दौरे से पहले महत्वपूर्ण समझा जा रहा है क्योंकि हाल में यहां भाजपा नेताओं का भारी विरोध हो चुका है.

दरअसल, दो दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत समेत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का केदारनाथ में जमकर विरोध हुआ था. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को तो पुरोहितों ने दर्शन भी नहीं करने दिए थे. पुरोहितों ने पीएम मोदी के दौरे का भी विरोध करने का फैसला लिया था. इसी के बाद पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ पहुंचे हैं. पुरोहित और पंडा समाज के विरोध को देखते हुए आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ गए और उन्होंने पुरोहित समाज से बात की. 

क्यों विरोध कर रहे पुरोहित 
त्रिवेंद्र सरकार के दौरान देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया था, जिसमें चारों धामों समेत कई मंदिरों को इस बोर्ड के अधीन कर दिया गया था. तब से ही पुरोहित और पंडा समाज इस फैसला को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. जब पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने कमेटी का गठन किया. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर फैसला लेने का वादा किया था. इसके लिए 30 अक्टूबर की तारीख तय थी लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका. इसके बाद पुरोहित फिर विरोध पर उतर आए हैं. 

आगामी 5 नवंबर को मोदी के केदारनाथ दौरे को लेकर भाजपा अतिरिक्त सावधानी बरतने की कोशिश कर रही है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत को धामों में पुरोहितों का विरोध झेलना पड़ा. खबरों की मानें तो धनसिंह के साथ तो पुरोहितों ने धक्का मुक्की तक की. खबरों के अनुसार तीर्थ पुरोहितों का एक वर्ग पीएम मोदी का भी विरोध करने की चेतावनी दे चुका है. इन हालात में, केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का उद्घाटन करने पहुंच रहे मोदी से पहले धामी का दौरा महत्वपूर्ण है.