logo-image

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को कार्यों में तेजी के साथ गुणवत्ता को लेकर सख्त निर्देश दिए

जन सुविधाओं के दृष्टिगत महत्वपूर्ण प्रकृति के कार्यों को पहले प्राथमिकता दी जाये. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए सभी प्रक्रियाओं में तेजी लाई जाए

Updated on: 18 May 2021, 10:21 PM

highlights

  • मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उच्चाधिकारी कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें
  • समय -समय पर मुख्यमंत्री स्वयं कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे
  • शहरी विकास विभाग में 195 मुख्यमंत्री घोषणाओं में से 125 पूर्ण हो चुकी हैं

उत्तराखंड:

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में शहरी विकास एवं आवास विभाग की मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कार्यों में तेजी के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये. कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण हों. जन सुविधाओं के दृष्टिगत महत्वपूर्ण प्रकृति के कार्यों को पहले प्राथमिकता दी जाये. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए सभी प्रक्रियाओं में तेजी लाई जाए, ताकि मानसून अवधि के बाद कार्यों में तेजी आ सके. उन्होंने कहा कि कार्यों में तेजी के लिए जिलाधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय स्थापित किए जाय. यदि कार्यों में कोई परेशानी हो रही है, तो शीघ्रता से इस बारे में अवगत कराया जाये. कार्यों में तेजी लाने के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाये. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उच्चाधिकारी कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें. समय -समय पर मुख्यमंत्री स्वयं कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे.

बैठक में जानकारी दी गई कि शहरी विकास विभाग में 195 मुख्यमंत्री घोषणाओं में से 125 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि शेष 70 पर कार्य प्रगति पर है. इन घोषणाओं में से 26 घोषणाएं अप्रैल 2021 की हैं.आवास विभाग में 96 घोषणाओं में से 36 पूर्ण हो चुकी हैं, शेष पर कार्य प्रगति पर है. प्रदेश में 37 स्थानों पर पार्किंग बननी है, जिसमें से 08 स्वीकृत हो चुकी हैं. 16 ऐसी घोषणाएं हैं, जिनके मास्टर प्लान बनने हैं. मास्टर प्लान की प्रक्रिया गतिमान है.

बता दें कि उत्तराखंड में इस समय कोरोना के कहर के आंकड़े बहुत परेशान करने वाले हैं, लेकिन जो अब शिकार बन रहे हैं वह सरकार के होश उड़ाने के लिए काफी हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक राज्य में 9 साल से कम उम्र के करीब 1000 बच्चों को सिर्फ पिछले 10 दिनों के भीतर कोरोना संक्रमित पाया गया है. इनमें से कुछ बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल तक में भर्ती कराना पड़ा है.