Chamoli Avalanche: उत्तराखंड के चमोली में शुक्रवार तड़के हुए हिमस्खलन में मरने वालों की संख्या 6 हो गई है. दो और श्रमिकों के शव रविवार को चलाए गए रेस्क्यू अभियान के दौरान बर्फ में दबे मिले. तबाही के तीन दिन बाद भी दो और मजदूर लापता हैं. जिनकी लगाता तलाश की जा रही है. बता दें कि रविवार सुबह खोजी कुत्तों और हेलीकॉप्टरों की मदद से बर्फ में दबे मजदूरों की तलाश की तलाश शुरू की गई. शनिवार तक कुल 50 मजदूरों को निकाल लिया गया था जिनमें से चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि चार लोग और लापता थे. इनमें से दो के शव रविवार को बरामद किए गए. हालांकि अभी भी दो मजदूर लापता हैं.
माणा गांव के पास हुआ था हिमस्खलन
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले के बदरीनाथ में पास माणा गांव के पास शुक्रवार को भारी हिमस्खलन हो गया था. जिसमें करीब 54 मजदूर बर्फ के नीचे फंस गए थे. वहीं एक अन्य मजदूर पहले ही घर जा चुका था, जिससे उसकी जान बच गई, लेकिन 54 मजदूर इस हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे.
उसके बाद बर्फ में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. शनिवार दोपहर तक कुल 50 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन इनमें से चार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जबकि दो लोगों को शव रविवार को बर्फ में दबे मिले. इसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई. अभी भी दो लोग लापता हैं जिनती तलाश की जा रही है.
बचाव अभियान में जुटे वायुसेना के कई हेलीकॉप्टर
बर्फ में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जिसमें भारतीय वायु सेना के Mi-17, चीता हेलीकॉप्टर को भी बचाव कार्यों के लिए तैनात किए गए हैं. भारतीय वायु सेना के अधिकारियों के मुताबिक, एक Mi-17 हेलीकॉप्टर रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में खोज अभियान के लिए तैयार है. चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि, बचाव कार्य आज सुबह 7 बजे शुरू हुआ मौसम भी साफ है. सेना और वायुसेना के 7 हेलिकॉप्टर बचाव अभियान में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि खोज और बचाव अभियान के लिए माणा में थर्मल इमेजिंग कैमरा, एनडीआरएफ के स्निफर डॉग को भेजा गया है.