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काबुल में फंसे उत्तराखंड के लोगों के लिए केन्द्र सरकार जल्द उठाए कदम: दिग्मोहन नेगी

दिग्मोहन नेगी ने कहा कि वे राज्य सरकार और केंद्र सरकार से वो गुजारिश करते हैं वहां फसे राज्यवासियों और देश के अन्य लोगों को जल्द से जल्द भारत लाने की कवायद शुरू की जायें ताकि यहां उनके परिजनों को राहत मिल सके.

Updated on: 18 Aug 2021, 11:16 PM

highlights

  • दिग्मोहन नेगी ने अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के लोगों के प्रति चिंता व्यक्त की
  • नेगी ने कहा कि वहां भारत और उत्तराखंड के 150 लोग भी फंसे हुए हैं
  • नेगी ने आगे कहा कि काबुल के हालात अभी सामान्य होते नजर नहीं आ रहे हैं

उत्तराखंड:

आप युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष दिग्मोहन नेगी ने अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के लोगों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि, अफगानिस्तान के हालात बद से बद्तर हो चुके हैं ,और वहां फंसे लोग नर्क जैसा जीवन जीने को मजूबर है. अफगानिस्तान में कब किसी के साथ क्या अनहोनी घटित हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है. इसलिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार से वो गुजारिश करते हैं वहां फसे राज्यवासियों और देश के अन्य लोगों को जल्द से जल्द भारत लाने की कवायद शुरू की जाय ताकि यहां उनके परिजनों को राहत मिल सके.

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उन्होंने कहा कि, वहां कई देशों के लोगों के फंसे होने के साथ भारत और उत्तराखंड के 150 लोग भी फंसे हुए हैं, जिनको लाने का प्रयास भारत सरकार को तत्काल करना चाहिए. काबुल में दून के करीब 40 पूर्व सैनिक फंसे हैं. जबकि कुल उत्तराखंड के करीब 150 लोग बताए जा रहे हैं. फंसे हुए लोगों के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है , अपनों की चिंता में उनके परिजन सरकार की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं जिनको अभी तक सरकार से कोई भी आश्वासन नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि, देहरादून के जोहडी,अनारवाला,और गढी कैंट क्षेत्र के पूर्व सैनिक काबुल में फंसे हुए हैं. जिनमें से अधिकांश लोगों के पास खाने पीने के लिए कुछ नहीं है.

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उन्होंने वहां के हालातों पर बोलते हुए बताया कि, काबुल के हालात अभी सामान्य होते नजर नहीं आ रहे हैं ,वहां के राष्ट्रपति खुद देश छोडकर भाग गए हैं. ऐसे में कैसे वहां फंसे लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस करें. उन्होंने ये भी कहा कि एयरपोर्ट जा रहे कुछ भारतीय नागरिकों को बीच रास्ते से ही अफगानियों ने खदेड कर डेनमॉर्क एंबेसी के हॉल में आसरा दिया है, जहां खाना पीना सीमित है और जल्द ही इन लोगों को एयरलिफ्ट नहीं किया गया तो कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है. राज्य सरकार को इस मामले में केन्द्र से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा सभी देश वासी और उत्तराखंड का हर व्यक्ति उनके लिए महत्वपूर्ण है जिन्हें मजधार में नहीं छोडा जा सकता है. इसलिए इस मामले में राज्य समेत केन्द्र सरकार को गंभीरता से और तत्काल उचित कदम उठाना चाहिए.