उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत को सीबीआई ने कथित सीडी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। एक लिखित दस्तावेज में सीबीआई ने रावत से एजेंसी के दिल्ली मुख्यालय में 26 दिसंबर को पेश होने को कहा है।
एजेंसी के सूत्रों ने दावा किया है कि रावत से उन मुद्दों के बारे में पूरी जानकारी लेने को लेकर पूछताछ होगी, जो जानकारियां वह इस साल जून में हुई पूछताछ के दौरान नहीं दे पाए थे। सीबीआई ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री से जून में दो बार पूछताछ की थी। रावत ने हालांकि कहा कि उन्होंने सीबीआई को पूर्ण सहयोग दिया था।
स्टिंग वीडियो में कथित तौर रावत 28 मार्च को राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कांग्रेस के बागी विधायकों को समर्थन के लिए रिश्वत देने की पेशकश करते दिख रहे हैं। लेकिन बहुमत साबित करने से एक दिन पहले ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया था।
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कांग्रेस के बागी विधायकों द्वारा बजट के खिलाफ मतदान करने के बाद राज्य में राजनीतिक संकट का दौर शुरू हुआ था। सीबीआई ने स्टिंग ऑपरेशन की सत्यता की जांच के लिए 25 अप्रैल को प्रारंभिक जांच शुरू की थी। एजेंसी के मुताबिक, वीडियो टेप सही निकला।
रावत ने आरोपों से इनकार किया और वीडियो को फर्जी बताकर उसे खारिज कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि स्टिंग ऑपरेशन के दौरान उन्हें कैमरे में कैद किया गया।
इससे पहले सीबीआई ने इस मामले में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करते हुए रावत को पूछताछ के लिए 9 मई को तलब किया था, लेकिन तब मुख्यमंत्री ने पूछताछ की तारीख बढ़ाने की मांग की थी।
साथ ही इस मामले की सुनवाई उत्तराखंड हाईकोर्ट में भी चल रही है। हाईकोर्ट में हरीश रावत के वकील ने मांग की थी कि मामले की अगली सुनवाई 26 दिसंबर के पहले ही कर ली जाये। लेकिन सीबीआई ने 26 दिसम्बर से पहले सुनवाई को लेकर विरोध जताया, जिसके बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 7 जनवरी की तारीख़ मुक़र्रर की।
स्टिंग सीडी मामला क्या है?
एक निजी समाचार चैनल की इस कथित सीडी में उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत को लेन-देन की बात करते दिखाया गया। बाद में रावत ने भी ये बात मानी थी कि स्टिंग में उनकी ही आवाज़ है। हालांकि हरीश रावत ने बागी विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से इनकार किया था। रावत ने स्टिंग सीडी को बीजेपी की आपराधिक साजिश का हिस्सा बताया था।
26 मार्च को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में बागी कांग्रेस विधायक हरक सिंह रावत (अब बीजेपी में शामिल) ने हरीश रावत के कथित स्टिंग ऑपरेशन की सीडी जारी की थी। हरीश रावत ने कहा था कि बीजेपी सीबीआई जांच के बहाने उन्हें जेल भेजना चाहती है।
हरक सिंह रावत ने दावा किया था कि कांग्रेस के बागी नौ विधायकों के अलावा बीजेपी के विधायकों को भी खरीदने की कोशिश की जा रही थी। हरक सिंह रावत के मुताबिक स्टिंग ऑपरेशन 23 मार्च को जौलीग्रांट में किया गया था।
Source : News Nation Bureau