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कर्नल कोठियाल का बच्चों से वादा,सरकार बनते ही स्कूलों की दशा सुधारेंगे

कर्नल कोठियाल ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि वो किसी स्कूल नहीं बल्कि जंगल में जाने की तैयारी कर रहे हैं.

Updated on: 24 Dec 2021, 11:13 PM

नई दिल्ली:

आज कर्नल कोठियाल सुबह गदरपुर पहुंचे जहां भूरा रानी रोड पहुंचने पर, आप कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. फूल मालाओं से स्वागत करने के बाद वहां से उनका गाडियों का काफिला आगे बढा और वो गदरपुर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय, धिमरीखत्ता स्कूल पहुंचे. जिसका उन्होंने निरीक्षण किया. यह विधानसभा शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की विधानसभा है. इस प्राथमिक स्कूल में पहुंचने पर कर्नल कोठियाल ने देखा कि यह स्कूल सिर्फ नाम मात्र का स्कूल है. जो एक टिन शेड के नीचे संचालित किया जा रहा था. जबकि इस स्कूल के पक्के निर्माण के आदेश काफी पहले जारी हो चुके हैं. यहा का गेट बाडे की तरह बनाया गया था. जिसको लेकर कर्नल कोठियाल ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि वो किसी स्कूल नहीं बल्कि जंगल में जाने की तैयारी कर रहे हैं.

उन्होंने कहा,कल सीएम की विधानसभा के स्कूल देखे आज शिक्षा मंत्री के,दोनों के हालात बद से बदतर ,पूरे प्रदेश के हालत क्या होंगे अंदाजा लगाया जा सकता है. यहां पहुंचने पर बच्चों ने कर्नल कोठियाल का अभिनंदन किया. उन्होंने बच्चों से बातचीत की और बच्चों की जमकर तारीफ की. इसके बाद उन्होंने काफी देर बच्चों से बातचीत की. यहां पर उन्होंने देखा कि यहां खुले में ब्लैकबोर्ड लगाए गए थे. बच्चे जमीन पर बैठे हुए थे. खुले में ब्लैकबोर्ड पर लिखकर बच्चों को पढाया जा रहा था. इस स्कूल में तीन शिक्षिका थी जो बच्चों को पढाना चाहती है लेकिन सिस्टम की बेबसी के आगे वो शिक्षिका भी लाचार नजर आई. एक शिक्षिका ने कर्नल कोठियाल को बताया कि ये बच्चे सर्दियों में टिन शेड के बाहर धूप में पढते हैं और गर्मियों में शेड के नीचे बैठकर पढने को मजबूर हैं. यहां बच्चे 1 से डेढ किलोमीटर पैदल चलकर आते हैं.

कर्नल कोठियाल ने इस विद्यालय में पहुंचने पर बताया कि यहां के लोगों द्वारा ज्ञात हुआ कि बरसात में ये नन्हे बच्चे अपनी जान की बाजी लगाकर स्कूल पहुंचते हैं. उन्होंने जब बताया कि वो कुछ रोज पूर्व दिल्ली के सरकारी स्कूल में गए और वहां के सरकारी स्कूलों की व्यवस्था के बारे में बताया तो वहां खडी शिक्षिका ने बताया कि वो अरविंद केजरीवाल जी के शिक्षा मॉडल से भली भंति परिचित हैं कि कैसे दिल्ली में सरकारी स्कूलों की दशा सुधारी गई है. उन्होंने आगे कहा कि वो चाहती हैं इस स्कूल को आठवीं तक कर दिया जाए क्योंकि यहां से इंटर कॉलेज काफी दूर है. यहां मिड डे मील के लिए भी बच्चों को 200 मीटर दूर भोजन माता के घर जाना पडता है क्योंकि यहां मिड डे मील पकाने की कोई व्यवस्था नहीं है.

इस दौरान कर्नल कोठियाल ने वहां बच्चों से मिलकर, उनसे वादा किया कि आप की सरकार बनते ही सबसे पहले आप पार्टी की सरकार नौनिहालों के भविष्य को लेकर सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने का काम करेगी. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा,कि यह हाल शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की विधानसभा के स्कूलों का है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के अन्य स्कूलों का क्या हाल पूरे प्रदेश में होगा.