Uttarakhand Weather: गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के पार, जलमग्न हुए घाट; अलर्ट जारी

ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा को पार कर खतरे के निशान से केवल आधा मीटर नीचे बह रही है. ऐसे हालातों में अलर्ट जारी कर सभी को गंगा तट पर जाने से रोक लगाई जा रही है.  

ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा को पार कर खतरे के निशान से केवल आधा मीटर नीचे बह रही है. ऐसे हालातों में अलर्ट जारी कर सभी को गंगा तट पर जाने से रोक लगाई जा रही है.  

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Dheeraj Sharma
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उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते नदियां रौद्र में आने लगी हैं। तेजी से बढ़ रहे जलस्तर का असर गंगा सहित अन्य नदियों में देखने को मिल रहा है. ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा को पार कर खतरे के निशान से केवल आधा मीटर नीचे बह रही है. ऐसे हालातों में अलर्ट जारी कर सभी को गंगा तट पर जाने से रोक लगाई जा रही है.  

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जलमग्न हुए घाट

ऋषिकेश में जारी बारिश ने गंगा के जलस्तर को बढ़ा दिया है, जिसके चलते नदी चेतावनी रेखा से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इसी वजह से यहां त्रिवेणी घाट का आरती स्थल जलमग्न हो गया है। इन हालातों को देखते हुए पुलिस सहित एसडीआरएफ की टीम अलर्ट मोड पर आ गई है. जल पुलिस की टीम को गंगा घाटों पर तैनात कर दिया गया है. प्रशासन ने लोगों को नदियों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है.

अलकनंदा और मंदाकिनी में भी बढ़ा जलस्तर

बारिश के चलते अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के जलस्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। नरेंद्र नगर एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी और ऋषिकेश एसडीएम कुमकुम जोशी का कहना है कि निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. रुद्रप्रयाग संगम पर रात्रि 12.15 बजे 2800-3000 क्यूमेक्स का डिस्चार्ज नोट किया गया है. बाढ़ का यही स्तर 01.15 बजे तक श्रीनगर बांध को पार करने का अनुमान है. 

24 घंटे जलस्तर पर रहेगी नजर

दूसरी ओर देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अलर्ट जारी होने के बाद से सभी गंगा घाटों पर जल पुलिस को 24 घंटे जलस्तर पर नजर बनाए रखने को कहा गया है. साथ ही लोगों को घाट से दूर रहने की हिदायत भी दी गई है. 

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