/newsnation/media/media_files/2025/11/15/cm-yogi-on-startups-2025-11-15-23-51-24.jpg)
CM Yogi Photograph: (File Photo)
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मेरठ, कानपुर और मथुरा-वृंदावन के समग्र नगरीय विकास की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों का विकास सिर्फ सड़कों और इमारतों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसमें स्थानीय पहचान, इतिहास, संस्कृति और आधुनिक सुविधाओं का संतुलित मेल दिखना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजनाओं में निजी क्षेत्र का सहयोग बढ़ाया जाए और जहां संभव हो वहां पीपीपी मॉडल अपनाया जाए.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीनों मंडलों के मंडलायुक्तों ने अपनी-अपनी योजनाओं की प्रस्तुति दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर शहर में ऐसा शहरी ढांचा तैयार किया जाए, जिसमें यातायात सुगम हो, पैदल यात्रियों और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिले, हरे-भरे शहरों की अवधारणा मजबूत हो और स्थानीय पहचान को नया रूप मिले. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बजट भी उपलब्ध कराया जाएगा.
मुख्यमंत्री को बताया गया कि अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज की तरह अब मेरठ, कानपुर और मथुरा-वृंदावन के लिए भी समेकित विकास मॉडल लागू किया जा रहा है. तीनों शहरों में कुल 478 परियोजनाओं की रूपरेखा तैयार की गई है—मेरठ में 111, कानपुर में 109 और मथुरा-वृंदावन में 258. इन परियोजनाओं को अल्प, मध्यम और दीर्घकालिक चरणों में विभाजित किया गया है. वर्ष 2025-26 के पहले चरण में मेरठ में 11, कानपुर में 13 और मथुरा-वृंदावन में 14 प्राथमिक परियोजनाएं शुरू की जाएंगी.
मेरठ में ग्रीन कॉरिडोर की तर्ज पर विकास
मेरठ में बिजली बंबा बाइपास, लिंक रोड, सूरजकुंड चौराहा, 19 प्रमुख चौराहों पर जंक्शन सुधार, संजय वन, शताब्दी नगर एसटीपी से मोहकमपुर औद्योगिक क्षेत्र तक पानी पुनर्चक्रण जैसी योजनाओं पर काम होगा. मुख्यमंत्री ने बिजली बंबा बाइपास को लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर की तर्ज पर पीपीपी मॉडल में विकसित करने के निर्देश दिए.
कानपुर में ‘रूटेड इन लेगेसी, राइजिंग टू टुमारो’ मॉडल
कानपुर की योजनाओं में मैनावती मार्ग चौड़ीकरण, मल्टीलेवल पार्किंग, ग्रीन पार्क क्षेत्र का सौंदर्यीकरण, सिटी फॉरेस्ट, रिवरफ्रंट लिंक, ग्रीनफील्ड कॉरिडोर और मेट्रो विस्तार शामिल हैं.
मथुरा-वृंदावन का ‘विजन-2030’
मथुरा-वृंदावन को 2030 की जरूरतों के अनुरूप विकसित करने की तैयारी है. इसमें मल्टीलेवल पार्किंग, बस पार्किंग, फसाड डेवलपमेंट, नए मार्ग, बरसाना-गोवर्धन-राधाकुंड कॉरिडोर सुधार, परिक्रमा मार्ग पर सुविधाएं और बेहतर संकेतक व्यवस्था शामिल है. यह समग्र योजना आने वाले वर्षों में तीनों शहरों की तस्वीर बदलने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है.
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us