logo-image

चित्रकूट जेल हत्याकांड के बाद योगी सरकार ने किए कारागार विभाग में बड़े स्तर पर तबादले

चित्रकूट जेल गोलीकांड के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक्शन में आ गई है. सरकार ने राज्य के कारागार विभाग में बड़े स्तर पर तबादले किए हैं.

Updated on: 15 May 2021, 09:29 AM

highlights

  • चित्रकूट जेल कांड के बाद एक्शन में सरकार
  • सरकार ने कारागार विभाग में किए तबादले
  • चित्रकूट जेल के जेलर और जेल अधीक्षक बदले

लखनऊ:

चित्रकूट जेल गोलीकांड के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक्शन में आ गई है. सरकार ने राज्य के कारागार विभाग में बड़े स्तर पर तबादले किए हैं. योगी सरकार ने चित्रकूट के जेलर और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया है, जिनकी जगह अब  अशोक कुमार सागर को चित्रकूट का जेल सुपरिटेंडेंट बनाया गया है, जबकि सीपी त्रिपाठी को चित्रकूट का जेलर बनाया गया है. इनके अलावा संजीव त्रिपाठी को डीआईजी जेल, प्रयागराज और अयोध्या रेंज का प्रभार दिया गया है. वहीं शैलेंद्र कुमार मैत्रेय को डीआईजी, कारागार मुख्यालय और डीआईजी लखनऊ परिक्षेत्र का प्रभार दिया गया है. 

यह भी पढ़ें : Live : सुप्रीम कोर्ट में याचिका- वैक्सीन की खरीद, ऑक्सीजन प्लांट के लिए पीएम केयर्स फंड का इस्तेमाल हो

इससे पहले चित्रकूट जेल में हुई गैगवॉर मामले में सरकार ने जेलर महेंद्र पाल और जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी को निलंबित कर दिया. इस संबंध में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने आदेश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट जेल में हुए गोलीकांड की 6 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी. जांच कमिश्नर और आईजी चित्रकूट के साथ डीआईजी जेल मुख्यालय को सौंपी गई. प्राथमिक जांच रिपोर्ट पर जेल के दो बड़े अफसरों को फिलहाल सस्पेंड किया गया है.

इसके अलावा चित्रकूट जेल मामले में दो एफआईआर दर्ज कराई गईं. पहली एफआईआर जेल अधीक्षक ने गैंगवार आरोपियों के खिलाफ कराई दर्ज है तो दूसरी एफआईआर सदर कोतवाल ने एनकाउंटर की दर्ज कराई. वहीं जिले के एसपी ने कहा कि रात में मेराज अली का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को डेड बॉडी सौप दी गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इंजरी का क्लीयर पता लग पाएगा. उन्होंने कहा कि पिस्टल कैसे पहुंची, जेल के अधिकारी अभी जांच कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें : UP : रिटायर्ड IAS अधिकारी एसपी सिंह पर उन्नाव में FIR दर्ज, योगी सरकार पर उठाए थे सवाल

बता दें कि चित्रकूट जेल में शुक्रवार को गैंगवार में तीन विचाराधीन कैदी मारे गए. पहले अंशु दीक्षित नामक बंदी ने फायरिंग कर मेराज अली और मुकीम उर्फ काला को मार डाला. इसके बाद पुलिस बल ने जेल के अंदर ही अंशु दीक्षित का एनकाउंटर कर दिया. पुलिस ने दीक्षित को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उसने पुलिस पर गोलीबारी की, जिसके बाद ओपन फायर में दीक्षित मारा गया.