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चुनाव से पहले BJP का मास्टरस्ट्रोक, भोले के दरबार में योगी कैबिनेट की हाजिरी

स कैबिनेट बैठक को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि लखनऊ के बाद वाराणसी यूपी की दूसरी राजधानी है.

Updated on: 06 Dec 2021, 04:53 PM

highlights

  • आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारी तेज की
  • काशी विश्वनाथ मंदिर में 16 दिसंबर को होगी योगी कैबिनेट की मीटिंग 
  • कैबिनेट बैठक को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी

लखनऊ:

यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. प्रदेश की सत्ता में फिर से वापसी की कवायद में जुटी भाजपा ने बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेला है. उत्तर प्रदेश के इतिहास में जो कभी न हो सका वो पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार में होने वाला है. इतिहास में पहली बार कोई सरकार किसी मंदिर में कैबिनेट बैठक करने जा रही है. काशी विश्वनाथ मंदिर में 16 दिसंबर को योगी कैबिनेट मीटिंग होगी. इस कैबिनेट बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा समेत अन्य मंत्री और अफसर भी उपस्थित रहेंगे. 

इस कैबिनेट बैठक को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि लखनऊ के बाद वाराणसी यूपी की दूसरी राजधानी है. गौरतलब है कि पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का जल्द ही शुभारंभ होना है. इस प्रोजेक्ट का पीएम मोदी खुद लोकार्पण करेंगे. इस दिन को और स्पेशन बनाने को योगी सरकार और भाजपा ने एक योजना बनाई है. 

विधानसभा चुनाव से पहले पूर्वांचल को साधने के लिए काशी विश्वनाथ धाम में कैबिनेट मीटिंग करके योगी सरकार एक बड़ा संदेश देना चाहती है. भाजपा शासित राज्यों के सभी CMs संग पीएम मोदी भी 14 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम में मीटिंग करेंगे और विश्वनाथ की नई काशी से सामाजिक समरसता, अखंडता और एकता का संदेश देंगे.

फिलहाल तय कार्यक्रम के अनुसार 13-14 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी का दौरा पूरा होने के बाद यूपी सरकार की कैबिनेट मीटिंग 16 दिसंबर को होगी. इस बैठक में सभी कैबिनेट मंत्री बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के बाद धाम परिसर में ये कैबिनेट मीटिंग होगी. इसे लेकर स्थानीय जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है.