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योगी सरकार ने मॉब लिंचिंग पर लिया बड़ा फैसला, देवबंदी उलेमाओं ने किया स्वगत

देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर प्रदेश की योगी सरकार ने सुरक्षात्मक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. देश भर मे गौ तस्करी के शक में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.

Updated on: 10 Jul 2019, 11:37 AM

highlights

  • गायों को ले जाने के लिए गौ सेवा आयोग प्रमाणपत्र जारी करेगा
  • उलेमाओं ने इस फैसले का किया स्वागत
  • उलेमाओं ने कहा गाय के नाम पर कत्लेआम गलत

नई दिल्ली:

देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर प्रदेश की योगी सरकार ने सुरक्षात्मक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. देश भर मे गौ तस्करी के शक में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब गायों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए गौ सेवा आयोग एक प्रमाण पत्र जारी करेगा. साथ ही आयोग सुरक्षा के इंतजाम भी सुनिश्चित करेगा ताकि गाय ले जा रहे लोगों के साथ तस्करी के आरोप में लोग मारपीट न कर सकें.

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योगी आदित्यनाथ के इस ब्यान और फैसले का देवबंदी उलेमाओ ने स्वागत किया है. देवबंदी उलेमा सहारनपुर मौलाना कारी इस्हाक़ गोरा ने कहा कि योगी सरकार का यह फैसला सराहनीय है. लेकिन इसमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रमाण पत्र के बाद भी यदि कोई वारदात होती है तो दोषियों को सख्त सजा मिले.

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मंगलवार को जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम-ए-दीन व देवबंदी उलेमा मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि योगी सरकार ने गायों को सुरक्षा प्रदान करने की जो पहल की है वो सराहनीय है. हिंदुस्तान की पहचान है कि यहां एक दूसरे की आस्था का सम्मान किया जाता है और यह हम सबकी जिम्मेदारी बनती है.

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उन्होंने कहा कि पूरे मुल्क में गाय के नाम पर जो कत्लेआम हो रहा है वो सरासर गलत है. सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है. हम भी यही चाहते हैं कि इस तरह का आयोग बने ताकि गाय के नाम पर किसी तरह की जुल्म ज्यादती न हो.