ट्रिपल तलाक की ही तरह हिंदू महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए आएगा कानून
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्रिपल तलाक से पीड़ित महिलाओं के साथ बुधवार को मुलाकात की. सीएम योगी ने कहा कि हिंदू परित्यक्ता महिलाओं को भी न्याय दिलाने का काम किया जाएगा.
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्रिपल तलाक से पीड़ित महिलाओं के साथ बुधवार को मुलाकात की. सीएम योगी ने कहा कि हिंदू परित्यक्ता महिलाओं को भी न्याय दिलाने का काम किया जाएगा. एक शादी कर दूसरी महिला को साथ रहने वाले हिंदू पुरुषों को दंडित करने का कानून बनाया जाएगा.
यह भी पढ़ें- रंगदारी मांगने की आरोपी छात्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ट्रिपल तलाक पीड़ित महिलाओं का मुकदमा सरकार लड़ेगी. ट्रिपल तलाक से पीड़ित महिलाओं को 6000 रुपये का आनुदान देने के लिए योजना बनाई जाएगी. इसके साथ ही हर महिला को अगर घर नहीं तो उन्हें आवास दिया जाएगा. उनके बच्चों को पाढ़ाई, स्कॉलरशिप और आयुष्मान योजना के तहत लाभ दिया जाएगा. इसके साथ महिलाओं के कल्याण के लिए कोई विशेष योजना भी बनाई जाएगी.
सीएम योगी ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले एक साल में 273 मामला ट्रिपल तलाक के आए हैं. सभी 273 मामलों में FIR दर्ज की गई है. मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं. जिन्होंने तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म किया. जिन महिलाओं ने तीन तलाक की लड़ाई लड़ी उन्हें भी धन्यवाद. प्रधानमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने वाली महिलाओं को जो राह दिखाई अब इस पर चलना है.
उन्होंने कहा कि पांच बार ट्रिपल तलाक कुप्रथा को बंद करने का आदेश दिया गया था. शाह बानो केस में भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी तुष्टिकरण की नीति अपनाई गई. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई तोड़ने की नहीं बल्कि जोड़ने की है. हर नारी को जीने और बच्चों को सम्मान से आगे बढ़ने का अधिकार मिलना चाहिए.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Maa Lakshmi Puja For Promotion: अटक गया है प्रमोशन? आज से ऐसे शुरू करें मां लक्ष्मी की पूजा
-
Guru Gochar 2024: 1 मई के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों से बृहस्पति देव भर देंगे इनकी झोली
-
Mulank 8 Numerology 2024: क्या आपका मूलांक 8 है? जानें मई के महीने में कैसा रहेगा आपका करियर
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी