योगी संसद की सदस्यता तो केपी मौर्य BJP प्रदेश अध्यक्ष के पद से दे सकते हैं इस्तीफा

47 मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ के सामने सबसे बड़ी चुनौती विभागों के बंटवारे को लेकर है।

47 मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ के सामने सबसे बड़ी चुनौती विभागों के बंटवारे को लेकर है।

author-image
Sonam Kanojia
एडिट
New Update
योगी संसद की सदस्यता तो केपी मौर्य BJP प्रदेश अध्यक्ष के पद से दे सकते हैं इस्तीफा

योगी संसद की सदस्यता तो केपी मौर्य BJP प्रदेश अध्यक्ष के पद से दे सकते हैं इस्तीफा (फाइल फोटो)

यूपी के नवनिर्वाचित सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दिल्ली जाएंगे। वह मंत्रियों के विभागों को लेकर चर्चा करेंगे और दिल्ली से यूपी लौटकर विभागों का बंटवारा करेंगे। इसके साथ ही योगी संसद की सदस्यता और केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे सकते हैं। 

Advertisment

वहीं, दिनेश शर्मा ने रविवार को ही मेयर पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन सोमवार को इसे कार्यवाही में शामिल किया गया। दिनेश शर्मा का कहना है कि मंत्रियों से उनकी राय ली गई है कि वो कौन सा मंत्रालय में काम करना चाहते हैं। अब 2-3 दिन में मंत्रिमंडल की रूपरेखा तय हो जाएगी।

ये भी पढ़ें: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जल्द करेंगे मंत्रालयों का बंटवारा, मोदी-शाह की हरी झंडी का इंतजार

पार्टी संविधान के मुताबिक एक व्यक्ति एक पद पर ही कार्य कर सकता है। योगी मंत्रिमंडल में उप मुख्यमंत्री बने केशव प्रसाद मौर्य वर्तमान में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भी हैं। ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि अगर वह इस्तीफा देते हैं तो अगला बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा?

सूत्रों के मुताबिक, इस पद के लिए कई नाम हैं, जिन पर केंद्र विचार कर सकता है। इनमें मनोज सिन्हा, रामशंकर कठेरिया, वरुण गांधी, सुनील बंसल, संतोष गंगवार और जगदंबिका पाल के नाम शामिल हैं। इसके अलावा ऐसा माना जा रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद किसी दलित नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

वहीं अगला प्रदेश अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ की पसंद के मुताबिक भी बन सकता है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह अनुमित देंगे।

और पढ़ें: योगी कैबिनेट में ब्राह्मण और क्षत्रियों का दबदबा, एक मुस्लिम और तीन दलितों को भी मिली जगह

दिल्ली की सहमति से तय होगा विभाग

47 मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ के सामने सबसे बड़ी चुनौती विभागों के बंटवारे को लेकर है। योगी के कैबिनेट में टिकट बंटवारे की रणनीति को ध्यान में रखते हुए सभी जाति और समुदाय के प्रतिनिधियों को जगह दी गई है लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है।

ये भी पढ़ें: CM बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की अधिकारियों के साथ पहली बैठक, स्वच्छता की दिलाई शपथ

Source : News Nation Bureau

Yogi Adityanath News in Hindi UP CM Keshav Prasad Maurya
      
Advertisment