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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मजदूरों के लिए बीमा देने की घोषणा की

योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने राज्य के मजदूरों के लिए दो योजनाओं की घोषणा की है. पहली योजना के तहत आकस्मिक मृत्यु या विकलांगता के लिए सभी मजदूरों को 2 लाख रुपये का बीमा कवर (Insurance Cover) दिया जाएगा.

Updated on: 02 May 2021, 04:05 PM

highlights

  • योगी सरकार का मजदूरों के लिए बड़ा ऐलान
  • यूपी की योगी सरकार मजदूरों को देगी बीमा 
  • कोरोना के मामलों की वजह से मजदूरों का रोजगार छूटा

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने राज्य के मजदूरों के लिए दो योजनाओं की घोषणा की है. पहली योजना के तहत आकस्मिक मृत्यु या विकलांगता के लिए सभी मजदूरों को 2 लाख रुपये का बीमा कवर (Insurance Cover) दिया जाएगा.  इसके साथ ही उन्हें 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर भी दिया जाएगा. योगी ने कहा कि कोविड महामारी (Corona Pendamic) की दूसरी लहर के बीच, सरकार 5 मई से पीएम गरीब कल्याण योजना (PM Poor Welfare Scheme ) के तहत मुफ्त राशन का वितरण (Free Ration Distribution) शुरू करने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि 2020 में, सरकार ने न केवल मजदूरों को मुफ्त राशन दिया था, बल्कि 'भरण पोषण भत्ता' भी दिया था.

वित्तीय सहायता से लगभग 54 लाख मजदूरों को लाभ हुआ था. राज्य में लौटने वाले 40 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों (Migrant workers) को भी लाभ दिया गया था. सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि उत्तर प्रदेश श्रम (रोजगार विनिमय और नौकरी) आयोग की स्थापना की गई थी जो श्रमिकों के लिए रोजगार खोजने के लिए काम कर रही है. एक कन्या विवाह सहायता योजना भी चल रही है जिसके माध्यम से सरकार मजदूरों की बेटियों की शादी के लिए वित्तीय सहायता देती है.

पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा देना और उन्हें मुफ्त छात्रावास की सुविधा प्रदान करने के लिए 18 संभागों में से प्रत्येक में अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अभ्युदय योजना के तहत मजदूरों के बच्चों को मुफ्त कोचिंग प्रदान कर रही है और उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी रैंक दिलाने में मदद कर रही है.

उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि सप्ताहांत कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं और गतिविधियां प्रभावित नहीं हों, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे. इस दौरान, औद्योगिक इकाइयां कार्य करना जारी रखेंगी. सभी इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किए गए थे और अगर श्रमिकों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़ता था, तो वे हेल्प डेस्क पर जा सकते थे. श्रमिकों को काम के स्थानों पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग, पल्स ऑक्सीमीटर प्रदान करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.