यमुना प्राधिकरण में हुए जमीन घोटाले के मामले में सीबीआई ने प्राधिकरण के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता समेत 21 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और आधिकारिक पद के दुरुपयोग को लेकर मुकदमा दर्ज किया है.
20 आरोपियों को कुर्की का नोटिस
एंटी करप्शन कोर्ट ने यमुना प्राधिकरण में हुए जमीन घोटाले के मामले में प्राधिकरण के परियोजना प्रबंधक समेत 20 आरोपियों को कुर्की का वारंट जारी किया है. इन आरोपियों ने फर्जी कंपनिया बनाकर जमीन अधिग्रहण के माध्यम से प्राधिकरण को 126 करोड़ रुपये का चूना लगाया था. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिया है.
शासन से हरी झंडी मिलने के बाद इस घोटाले में शामिल अधिकारियों व अन्य आरोपियों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले तीन दिनों में प्राधिकर के पूर्व एसईओ सतीश कुमार और पूर्व ओएसडी के साले अजित को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. एंटी करप्शन को4ट द्वारा 20 आरोपियों को कुर्की का वारंट जारी किया है.
एंटी करप्शन कोर्ट के एडीजी सिराजुद्दीन अलवी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि इस घोटाले में शामिल यमुना प्राधिकरण के परियोजना प्रबंधनक अतुल कुमार समेत बीस लोगों को कुर्की का वारंट जारी किया है. अगर अब भी वो न्यायालय के समक्ष हाजिर नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी हो जाएगा.
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