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अखिलेश यादव के चुनावी रथ में लगे लखनऊ मेट्रो, एक्सप्रेस वे और सातवें वेतन आयोग के पहिये

साल 2017 के शुरुआती महीने में राजनीतिक और जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं।

Updated on: 13 Dec 2016, 07:37 PM

नई दिल्ली:

साल 2017 के शुरुआती महीने में राजनीतिक और जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं।

ऐसे में प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक तरफ तो धुआंधार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ जल्दी-जल्दी योजनाओं के उद्घाटन या शिलान्यास में लगे हुए हैं ताकि चुनाव में या चुनाव के बाद कोई दूसरी पार्टी या नेता उसका श्रेय ना ले लें।

चूंकि विधानसभा चुनाव में अब महीने दो महीने ही बचे हैं ऐसे में अखिलेश के इन योजनाओं की झड़ी और शिलान्यास पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या अखिलेश इनमें 2-4 योजनाओं को भी लागू कर पाएंगे। राज्य में चुनाव की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी जिसके बाद अखिलेश किसी भी नई योजना को लागू नहीं कर पाएंगे।

हम आपको बताते हैं कि बीते दो-चार महीनों में अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किन लोकलुभावन योजनाओं का शिलान्यास या ऐलान किया हैं

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे - दिल्ली से आगरा एक्सप्रेस वे की तर्ज पर ही अखिलेश यादव ने आगरा से राजधानी लखनऊ तक एक्सप्रेस वे बनवाने का ऐलान किया था जिसको उन्होंने तय समय में पूरा भी किया। पिता मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के मौके पर अखिलेश ने इस एक्सप्रेस वे पर फाइटर जेट्स का ट्रायल करवाया था। ये एक्सप्रेस वे यूपी के कई शहरों को सीधे लखनऊ से जोड़ेगा। आम लोग इसे कब तक इस्तेमाल कर पाएंगे ये अभी भी साफ नहीं है।

लखनऊ मेट्रो - चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव ने पहले ही मेट्रो ट्रायल को हरी झंडी दिखा दी ताकि भविष्य में कोई और सरकार या नेता इसका श्रेय ना ले सकें। हालांकि लखनऊ निवासियों को मेट्रो में सफर करने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि अभी भी उसपर काम चल रहा है। लेकिन चुनाव प्रचार में अखिलेश यादव इसे अपनी बड़ी उपलब्धि के तौर पर गिना रहे हैं।

लैपटॉप के बाद स्मार्टफोन देने का दाव चल सकते हैं अखिलेश - साल 2012 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने 10 वीं और 12 वीं के छात्राों को मुफ्त लैपटॉप देने का वादा किया था जिसको चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कुछ हद तक पूरा भी किया। इस बार ये संभावना जताई जा रही है कि अखिलेश यादव पार्टी के घोषणापत्र में मुफ्त स्मार्टफोन देने का वादा कर सकते हैं। कुछ दिन पहले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने इसके संकेत भी दिए थे

साइकिल ट्रैक योजना - समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल है। इसी को ध्यान में रखकर समाजवादी पार्टी सरकार स्मार्ट साइकिल योजना लेकर आई थी। सीएम ने 131 करोड़ की लागत से 1207 किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक बनवाया है जो लगभग 92 गांवों को जोड़ता है। इसके साथ ही यूपी के कई हिस्सों में इस योजना पर अभी काम चल ही रहा है।

इसके अलावा ताजगंज प्रोजेक्ट, आगरा में ताजमहल के पास पुल निर्माण, एसएन मेडिकल कॉलेज में भवन निर्माण, लोहामंडी में आश्रय स्थल का निर्माण, फतेहाबाद में विद्युत केंद्र का निर्माण, सैंया से इटावा मार्ग पर शमशाबाद में बाइपास निर्माण समेत कई ऐसे प्रोजेक्ट है जिसका उन्होंने या तो ऐलान कर दिया है या फिर शिलान्यास कर दिया ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अखिलेश यादव चुनाव से पहले इन योजनाओं को पूरा कर पाएंगे।