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यश भारती पुरस्कार क्या है जिसे योगी सरकार बंद करने वाली है

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) अब प्रतिष्ठित यश भारती पुरस्कारों (Yash Bharti Award) की जगह राज्य संस्कृति पुरस्कार (Rajya Sanskriti Award) देने की तैयारी में है.

Updated on: 14 Feb 2020, 01:33 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) अब प्रतिष्ठित यश भारती पुरस्कारों (Yash Bharti Award) की जगह राज्य संस्कृति पुरस्कार (Rajya Sanskriti Award) देने की तैयारी में है. योगी सरकार (Yogi Adityanath Government) ने सपा की सरकार में शुरू हुए यश भारती पुरस्कार (Yash Bharti Award) को खत्म करने का विचार कर रही है. आइए जानते हैं यश भारती पुरस्कार क्या है.

क्या है यश भारती पुरस्कार

यश भारती पुरस्कार यूपी सरकार का सर्वोच्च पुरस्कार है. मुलायम सिंह यादव के फ्लैगशिप प्रोग्राम में यह एक था. यह पुरस्कार साहित्य, समाजसेवा, चिकित्सा, फिल्म, विज्ञान, पत्रकारिता, हस्तशिल्प, संस्कृति, शिक्षण, संगीत, नाटक, खेल, उद्योग और ज्योतिष के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले को दिया जाता रहा है. इस पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र ,शाल एवम रुपये 11 लाख दिए जाते हैं. इसके साथ ही यश भारती सम्मान के धारकों को 50 हजार रुपये प्रति महीने की पेंशन दी जाती थी. योगी सरकार ने इस पेंशन को पहले ही रोक दिया था.

हालांकि पेंशन को फिर से शुरू करने के लिए बीजेपी नेता ही पत्र लिख चुके हैं. बीजेपी प्रवक्ता नरेन्द्र सिंह राणा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि 'पेंशन धारकों को सरकार द्वारा सम्मान स्वरूप 50 हजार रुपये की पेंशन राशि वापस शुरू की जाए. यह सम्मान विश्व में उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करने वालों को दिया जाता है. एक हॉकी कोच के नाते मुझे यह मिलता है.'