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नेहरू की विचारधारा ने देश तोड़ा, सावरकर की विचारधारा से इस देश में रामराज्य आ जाता : वसीम रिजवी

शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव पर चिंता जाहिर करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा.

Updated on: 08 Jan 2020, 01:34 PM

लखनऊ:

शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव पर चिंता जाहिर करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा. वसीम रिजवी ने कहा कि 'दुनिया इस वक्त तीसरे विश्वयुद्ध की तरफ बढ़ रही है और भारत में कुछ मुस्लमि मुल्ले और विपक्षी राजनीतिक पार्टियां गृह युद्ध करवाने में लगी हुई हैं. मोदी जी और अमित शाह जी के द्वारा देश को एक नई ताकत देने की कोशिश की जा रही है. वहीं भारत के गद्दार भारत को जलाने की कोशिश कर रहे हैं. कभी उग्र प्रदर्शन, कभी छात्र आंदोलन ये सब भारत को कमजोर करने की साजिशें हैं. अगर आजादी के बाद वीर सावरकर की राष्ट्रवादी विचारधारा पर देश को चलाया जाता तो आजादी के बाद से अब तक भारत में रामराज्य होता. 50 साल भारत में नेहरू की विचारधार का राज रहा है. जिसका सिर्फ एक मकसद रहा है खंडित करो और राज करो. हिंदुस्तान में धार्मिक टेंशन की असली वजह नेहरू की विचारधारा है.'

इराक ने किया हमला

शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने ईरान और अमेरिका के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए तीसरे विश्वयुद्ध की बात कही है. दरअसल पहले अमेरिका ने ड्रोन से हमला कर ईरान के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मौत के घाट उतारा, और अब कुछ दिन बाद ही ईरान ने बुधवार को इराक में मौजूद अमेरिका के दो बेस पर हमला बोल दिया है. ईरानी मीडिया का दावा है कि इस हमले 80 लोगों की मौत हुई है. उधर अमेरिका ने अभी मौत के आंकड़ों को लेकर कोई बात नहीं कही है. अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने एक ट्वीट में कहा, ऑल इज वेल! उन्‍होंने यह भी कहा कि जो भी करना है बाद में बताऊंगा.