विवेक हत्याकांड: सरकार ने मुआवजे की रकम 10 लाख से बढ़ाकर 25 रु लाख की, पत्नी को मिलेगी सरकारी नौकरी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार तड़के एप्पल कंपनी के एक सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की राज्य पुलिस के सिपाहियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार तड़के एप्पल कंपनी के एक सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की राज्य पुलिस के सिपाहियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

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kunal kaushal
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विवेक हत्याकांड: सरकार ने मुआवजे की रकम 10 लाख से बढ़ाकर 25 रु लाख की, पत्नी को मिलेगी सरकारी नौकरी

योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार तड़के एप्पल कंपनी के एक सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की यूपी पुलिस के सिपाहियों की गोली से मौत के बाद योगी सरकार ने परिजनों को हर तरह की मदद का भरोसा दिलाते हुए मुआवजे की रकम को 10 लाख से बढ़कर 25 लाख कर दिया है। इतना ही नहीं यूपी सरकार ने मृतक विवेक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है। लखनऊ के डीएम ने न्यूज स्टेट से बात करते हुए कहा है कि अगर मृतक विवेक के परिजन लिखित में मांग करेंगे तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जा सकती है।

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वहीं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाएगी। गोरखपुर में पत्रकारों से बातचीत में योगी ने कहा, 'लखनऊ में कोई एनकाउंटर नहीं हुआ है। पूरे मामले के संबंध में डीजीपी को निर्देश दिया गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'

राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश सिंह ने विवेक हत्याकांड को लेकर स्वीकार किया कि पुलिसकर्मियों ने कानून हाथ में लिया है।

उन्होंने कहा, 'दोनों पुलिसकर्मियों ने गलती की है। इसीलिए उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें जेल भेजा जाएगा।' डीजीपी ने यह भी कहा कि शाम तक दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा।

इस बीच, मृतक विवेक तिवारी के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मिलने की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया है। तिवारी की पत्नी ने कहा है कि वह खुद मुख्यमंत्री योगी से मिलना चाहती हैं। उन्होंने कहा, 'यूपी की पुलिस इस तरह किसी की हत्या कैसे कर सकती है।'

उन्होंने कहा कि जबतक मुख्यमंत्री मिलने नहीं आएंगे, तब तक विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। परिजनों ने एक करोड़ रुपये मुआवजा और विवेक तिवारी की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने और पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

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गौरतलब है कि लखनऊ के गोमती नगर इलाके में शनिवार तड़के 1.30 बजे मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार 'एप्पल' के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी। गोली लगते ही तिवारी का संतुलन बिगड़ गया और उनका वाहन डिवाइडर से टकरा गया। सिर पर गोली लगने के कारण विवेक की मौके पर ही मौत हो गई। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले।

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दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रहीं सना की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर गोलीबारी करने वाले सिपाहियों -प्रशांत कुमार और संदीप- को गिरफ्तार कर लिया है।

Source : News Nation Bureau

Lucknow up-police Vivek Tiwari lucknow encounter
      
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