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गांव वालों ने पेश की अनोखी मिसाल, पूरा गांव हुआ नशामुक्त

देवबंद तहसील मुख्यालय से मात्र 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चंदपुर कायस्थ गांव ने नशा मुक्ति अभियान के तहत एक अनोखी मिसाल पेश की है. गांव के लोगों ने शांति सुधार सद्भाव समिति का गठन कर गांव में नशे का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलते

Updated on: 19 Jul 2022, 04:45 PM

highlights

  • देवबंद तहसील मुख्यालय के चंदपुर कायस्थ गांव का मामला 
  • पूरे गांव में लगवाए गए सीसीटीवी कैमरा 

नई दिल्ली :

देवबंद तहसील मुख्यालय से मात्र 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चंदपुर कायस्थ गांव ने नशा मुक्ति अभियान के तहत एक अनोखी मिसाल पेश की है. गांव के लोगों ने शांति सुधार सद्भाव समिति का गठन कर गांव में नशे का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अब तक कई शराब माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचवा दिया है. ग्रामीणों द्वारा गांव में नशे पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. गांव के मुख्य चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जिसका कंट्रोल रूम गांव में स्थित एक मंदिर में बनाया गया है, यहां परमानेंट एक व्यक्ति की ड्यूटी लगाई जाती है. जो सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से संदिग्ध लोगों पर नजर रखता है.

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देवबंद के गांव चंदपुर कायस्थ में कुल 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. समिति के संस्थापक चौधरी संदीप ने बताया कि समिति में कुलवीर, गौरव, रिंकू, गुरमीत, अरविंद और सुशील कुमार समेत आसपास पांच गांव से 50 सदस्य शामिल हैं. बताया कि सीसीटीवी कैमरों की मदद से गांव की महिलाओं की सुरक्षा पर भी विशेष नजर रखी जाती है. असामाजिक तत्वों की जरा सी भी हरकत अगर सीसीटीवी कैमरे में कैद होती है तो उसे सबक भी सिखाया जाता है. उन्होंने बताया कि समिति से आस-पास के पांच गांव के लोग जुड़े हुए हैं. गांव के धार्मिक स्थलों से रोजाना एलान किया जाता है कि जो भी व्यक्ति शराब बनाते पकड़ा गया या किसी भी नशे के कारोबार से जुड़ा पाया गया तो उस पर 11 हजार रुपए पर जुर्माना लगाया जाएगा. 

साथ ही अगर कोई भी व्यक्ति शराब बनाने वाले लोगों को पकड़वाता है तो उसे भी 11 हजार रुपए का पुरस्कार समिति अपनी ओर से देगी. साथ ही सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम भी गोपनीय रखा जाता है. गांव के युवा पिछले एक वर्ष से शराब ,जुआ और सट्टे के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाए हुए हैं गांव के लोगों का कहना है कि देश का युवा अगर नशे से दूर रहेगा तो भारत एक दिन विकसित देश जरूर बनेगा। शाम के समय गांव के युवा मंदिर में होने वाली आरती में भी शामिल होते हैं और नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने का संकल्प लेते हैं. चंदपुर कायस्थ गांव की मिसाल पूरे जनपद में दी जा रही है.