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Video Viral : प्रिंसिपल साहब ने बताया परीक्षा में नकल का तरीका, सुनकर रह जाएंगे दंग

दरअसल मऊ जिले में स्थित एक प्राइवेट स्कूल के मैनेजर-कम-प्रिंसपल प्रवीण मल का वीडियो वायरल हो रहा है जिसे उनके छात्रों ने बनाया है.

Updated on: 21 Feb 2020, 11:39 AM

Lucknow:

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जहां एक तरफ शिक्षा व्यवस्था को लेकर बदलाव की बात करती है वहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 300 किलोमीटर दूर स्थित मऊ जिले में इसकी अलग ही तस्वीर देखने को मिली है. दरअसल मऊ जिले में स्थित एक प्राइवेट स्कूल के मैनेजर-कम-प्रिंसपल प्रवीण मल का वीडियो वायरल हो रहा है जिसे उनके छात्रों ने बनाया है. वीडियो में प्रिंसिपल साहब छात्रों को नकल करने के तरीके बताते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो उस वक्त बनाया गया, जब वह छात्रों को संबोधित कर रहे थे.

वीडियो में प्रिंसिपल कुछ अभिभावकों के सामने ही छात्रों को बोर्ड एग्जाम में नकल करने के तरीके बताते हुए दिख रहे हैं. एक छात्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिकायत पोर्टल पर इस क्लिप को अपलोड कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

प्रिंसिपल साहव ने दी चुनौती

1 मिनट 30 सेकेंड लंबे इस वीडियो में प्रिंसिपल को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'मैं चुनौती दे सकता हूं कि मेरा कोई भी छात्र कभी भी फेल नहीं होगा. उन्हें डरने की कोई बात नहीं है.' वीडियो में वह कह रहे हैं, 'आप आपस में बात कर सकते हैं और पेपर दे सकते हैं. किसी को हाथ न लगाएं. आप एक दूसरे से बोलते हैं ... यह ठीक है. डरो मत. आपके सरकारी स्कूल परीक्षा केंद्रों के शिक्षक मेरे मित्र हैं. यहां तक ​​कि अगर आप पकड़े जाते हैं और कोई आपको एक या दो थप्पड़ मारेगा तो डरें नहीं.'.

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कहा, अपनी आंसरसीट में 100 का नोट रख दें

साथ ही प्रिसिपल ने कहा कि, 'कोई भी जवाब नहीं छोड़ना. अपनी आंसरशीट में 100 रुपये का नोट रख देना. टीचर आंख बंद करके नंबर देंगे. अगर आपने किसी प्रश्न का गलत जवाब दिया और वह चार नंबर का था, तो आपको तीन नंबर मिल जाएंगे.' इसके बाद वह अपना भाषण 'जय हिंद, जय भारत' के नारे लगाकर खत्म कर दिया.

बता दें, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की मंगलवार से शुरू हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में नकल को लेकर सख्ती के मद्देनजर परीक्षा के पहले ही दिन 2 लाख 39 हजार 133 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. नकल पर अंकुश लगाने के लिए इस बार राजधानी लखनऊ में राज्य स्तरीय निगरानी एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जहां से पूरे प्रदेश के परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा रही है.