Varanasi: एक ओर जहां पुलिस का काम अपराधियों पर लगाम कसना होता है, वहीं वाराणसी के रामनगर थाने में पुलिस बंदरों से जूझ रही है. यहां बंदरों का ऐसा आतंक मचा है कि पुलिसकर्मी बंदूक या लाठी नहीं, बल्कि गुलेल लेकर ड्यूटी पर तैनात हैं. ये नज़ारा किसी फिल्म का दृश्य नहीं बल्कि हकीकत है.
रामनगर थाना इन दिनों बंदरों के उत्पात से परेशान है. खासकर थाने के मुख्य द्वार पर हो रहे मरम्मत कार्य के दौरान बंदरों का झुंड वहां आ धमकता है और मजदूरों द्वारा किए गए प्लास्टर को क्षति पहुंचाता है. ईंटें गिरा देता है, जिससे लोगों के घायल होने का खतरा बना रहता है.
स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि बंदरों को भगाने के लिए बाकायदा एक कांस्टेबल की तैनाती की गई है. उसे हथियार के रूप में गुलेल दी गई है, जिससे वह बंदरों को पत्थर मारकर भगाता है. यह कांस्टेबल 24 घंटे थाने के अंदर और बाहर बंदरों पर नजर रखता है. यह शायद पहली बार है जब किसी पुलिसकर्मी को जानवरों से निपटने के लिए तैनात किया गया हो.
थाने में गेट निर्माण का कार्य चल रहा है और बंदर बार-बार प्लास्टर को उखाड़ देते हैं. निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदारों का कहना है कि जैसे ही वे काम शुरू करते हैं, बंदरों का झुंड हमला बोल देता है और सारा काम बिगाड़ देता है. इससे लगातार नुकसान हो रहा है.