थर्ड जेंडरों के लिए बनेंगे अलग से शौचालय, इसलिए है जरूरी

घर-घर इज्‍जत घर (शौचालय) के बाद अब ट्रांसजेंडरों के लिए भी शौचालय बनेंगे. वाराणसी उत्‍तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा, जहां ट्रांसजेंडरों के लिए अलग शौचालय बनेंगे.

घर-घर इज्‍जत घर (शौचालय) के बाद अब ट्रांसजेंडरों के लिए भी शौचालय बनेंगे. वाराणसी उत्‍तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा, जहां ट्रांसजेंडरों के लिए अलग शौचालय बनेंगे.

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Dalchand Kumar
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थर्ड जेंडरों के लिए बनेंगे अलग से शौचालय, इसलिए है जरूरी

फाइल फोटो

घर-घर इज्‍जत घर (शौचालय) के बाद अब ट्रांसजेंडरों के लिए भी शौचालय बनेंगे. वाराणसी उत्‍तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा, जहां ट्रांसजेंडरों के लिए अलग शौचालय बनेंगे. इसकी पहल भारतीय महिला अंतर्राष्ट्रीय एथलीट और स्वच्छता दूत नीलू मिश्रा ने की है. दो अक्‍टूबर तक सर्वे के बाद जिला प्रशासन की ओर से जगह उपलब्‍ध कराने पर ट्रांसजेंडर शौचालय निर्माण का काम शुरू कराया जाएगा. यह आम शौचालय से अलग होगा. इसका रंग गुलाबी होगा तो मुख्‍य द्वार पर लिखा होगा- ‘केवल ट्रांसजेंडर के लिए है’. ऐसे कितने शौचालय बनेंगे, यह सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आधार पर तय होगा.

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खास यह कि वाराणसी खेल संघ के पदाधिकारी और खिलाड़ी पूरे जिले में ट्रांसजेंडर को लेकर सर्वेक्षण करेंगे. इसमें एक क्षेत्र में रहने वाले ट्रांसजेंडरों की संख्‍या के अलावा आयु वर्ग, शिक्षा, धर्म और स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं की स्थिति को भी शामिल किया जाएगा. वाराणसी के जिन इलाकों में ट्रांसजेंडर की संख्या अधिक है, वहां इस शौचालय का निर्माण कराया जाएगा. पहले फेज में ऐसे तीन शौचालय बनाये जा सकते हैं. इसके पीछे उद्देश्य है कि थर्डजेंडर को भी साथ लेकर चला जाए और उन्हें अलग न समझा जाए. इस शौचालय के लिए यूपी हॉकी एसोसिएशन भी आगे आया है.

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दूसरी तरफ इस शौचालय के निर्माण की बात से थर्डजेंडर में भी बेहद ख़ुशी है. उनका कहना है कि पब्लिक प्लेस में उनके लिए शौचालय न होने से हमें बेहद परेशानी होती है और आम शौचालय में जाने से हमें परेशान किया जाता है. ऐसे में अगर हमारे लिए अलग से शौचालय होगा तो हमें बेहद ख़ुशी होगी और हमारी परेशानी भी दूर होगी. गौरतलब है कि ट्रांसजेंडर को सार्वजनिक स्थानों पर अक्सर दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है. अगर गलती से यह लोग शौचालय में आ भी जाते हैं तो सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि वे पुरुषों के शौचालय का प्रयोग करें या महिलाओं के. दोनों ही जगहों पर लोग आपत्ति तक जता देते हैं. ऐसे में अब वाराणसी के खेलसंघ ने पहल करते हुए स्वच्छ भारत अभियान के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश का पहला ट्रांसजेंडर टॉयलेट का सर्वेक्षण दो अक्टूबर करने का निश्चय किया गया है.

यह वीडियो देखेंः 

Uttar Pradesh varanasi Transgender Toilet
      
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