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देश में सबसे अधिक मेडिकल कॉलेज वाला राज्य होगा उत्तर प्रदेश, जानें कितनी होगी संख्या

उत्तर प्रदेश पूरे देश का ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां सबसे अधिक 48 मेडिकल कॉलेज होंगे. 15 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश को इन मेडिकल कॉलेज को जनता के लिए समर्पित करेंगे.

Updated on: 09 Jul 2021, 10:19 AM

highlights

  • पीएम मोदी आज 9 मेडिकल कॉलेज का करेंगे लोकार्पण
  • प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़कर होगी 48
  • सीएम योगी ने जब सत्ता संभाली तो 12 थे मेडिकल कॉलेज

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश पूरे देश का ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां सबसे अधिक 48 मेडिकल कॉलेज होंगे. इतना ही शायद यह पूरे देश का इतिहास ही होगा कि किसी प्रदेश में एक साथ 9 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया जा रहा है. 15 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश को इन मेडिकल कॉलेज को जनता के लिए समर्पित करेंगे. कोरोनाकाल में पूरे देश ने चिकित्सा व्यवस्था की दुर्दशा देखी है. लोगों आज भी वो तस्वीरें नहीं भूल पाए हैं जब कोरोना से पीड़ित लोगों ने अस्पताल में बेड की कमी के कारण दम तोड़ दिया. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर से पहले यह काफी राहत देने वाली खबर है. इन नौ जिलों की जनता को मेडिकल कॉलेजों की सौगात मिलने के बाद उन्हें इलाज के लिए भटकना नहीं होगा. 

इन जिलों में तैयार हुए 9 मेडिकल कॉलेज 
देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर में बने मेडिकल कॉलेज का आज पीएम नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे. अब से 5 साल पहले 2017 में योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री बने थे. तब राज्य में सिर्फ 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे. सत्ता संभालने के कुछ ही दिनों बाद स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होंने हर जिले में मेडिकल कॉलेज शुरू करने का फैसला किया था. बिल्डिंग बनाने, जरूरी मशीन, डॉक्टर और कर्मचारियों की नियुक्ति पर अरबों रुपये खर्च होने का अनुमान था. तब योगी सरकार ने कुछ जगहों पर जिला अस्पताल को ही अपग्रेड कर मेडिकल कॉलेज बनाना तय किया. कोरोना की दूसरी लहर ये बताने के लिए काफी थी कि मेडिकल व्यवस्था फुल प्रूफ होनी चाहिए. योगी ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण में तेजी लाने को कहा. अब 9 नए मेडिकल कॉलेज एक साथ बनकर तैयार हैं. कोशिश ये है कि अगले एक हफ्ते में इन अस्पतालों में कामकाज शुरू हो जाए.

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13 और मेडिकल कॉलेजों का निर्माण तेज
सीएम योगी आदित्यनाथ का मानना है कि, हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज जरूरी है. प्रदेश में 13 और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण का काम तेज गति से किया जा रहा है. अयोध्या, बहराइच, बस्ती, फिरोजाबाद और शाहजहांपुर में जिला अस्पताल को ही बेहतर कर मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज झांसी, गोरखपुर, मेरठ, प्रयागराज, कानपुर और आगरा में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बनाए गए हैं.

70 प्रतिशत फैकल्टी का चयन
ऐसा नहीं है कि सिर्फ मेडिकल कॉलेज ही बनाए जा रहे हैं. इन नए मेडिकल कॉलेजों में 70 प्रतिशत फैकल्टी का चयन हो चुका है. 450 लोगों को मोदी मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन के मौके पर नियुक्ति पत्र भी देंगे. इन नए मेडिकल कॉलेजों के खुलने के बाद प्रदेश की जनता को चिकित्सा सुविधाएं मिलना और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा. मुख्यमंत्री योगी ने फैकल्टी चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता के साथ अच्छे शिक्षकों के चयन करने के निर्देश दिए हैं. 

स्वास्थ्य सुविधाओं में यूपी बना रहा आत्मनिर्भर
सीएम योगी प्रदेश को स्वास्थ्य सुविधाओं में आत्मनिर्भर बन रहे हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं को चुस्त दुरुस्त करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किये जा रहे हैं. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ता जा रहा है. यूपी में 441 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं. इनमें से अब 131 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं. प्रदेश में कुल 3500 स्वास्थ्य उपकेन्द्र, 1475 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं 399 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हो चुके हैं. 5424 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर भी संचालित हैं. 

यूपी में छह नये सुपर स्पेशियलटी ब्लाक की स्थापना और मेडिकल कॉलेज के अलावा गोरखपुर और रायबरेली में एम्स बना हुआ है. जिसमें ओपीडी शुरू हो गया है. लखनऊ में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है. गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय शुरू करने की योजना है. अगले साल की शुरुआत में यूपी में विधानसभा चुनाव है. उससे पहले योगी सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का माहौल बनाना चाहती है. चुनाव भले ही जिस मुद्दे पर हों पर इस तरह की रिपोर्ट कार्ड से हवा तो बनती है.