विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज से हो रही है। छोटा सत्र होने के कारण अनुपूरक बजट के साथ विधायी कार्य भी निपटाने की योजना है. विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलों से सदन सुचारू रूप से चलने देने के लिए सहयोग मांगा है. वहीं, विपक्षी दलों ने सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग की है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सभी सदस्यों से मर्यादित आचरण की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि व्यक्तिगत टिप्पणी से सदन का समय जाया होता है. जरूरी मुद्दे छूट जाते हैं. विधायकों को अपनी बात कहने का भरपूर मौका भी नहीं मिल पाता. उन्होंने कहा कि इसीलिए सदन ठीक रूप से चले. हमारी विधानसभा देश में सबसे बड़ी है इसलिए यहां ऐसे कार्य हों जो दूसरे प्रदेशों के सदन के लिए अनुकरणीय हों. इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सदन में 21 दिसंबर तक के कार्यक्रमों को मंजूरी दी गई है. मंगलवार को दिवंगत विधायक रामकुमार वर्मा और नारायण दत्त तिवारी समेत अन्य सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन स्थगित कर दिया जाएगा. 19 दिसंबर को दोपहर 12.30 बजे अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा.
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी स्वास्थ्य कारणों से सदन की चर्चा में नहीं रहेंगे. उनकी जगह इकबाल महमूद एसपी की ओर से अपना पक्ष रखेंगे. हालांकि, सदन के कार्यदिवस कम होने पर उन्होंने सवाल खड़े किए हैं. इकबाल ने सदन की अवधि बढ़ाने की मांग उठाई है. उन्होंने साफ कहा कि सरकार अगर विपक्ष की बात सुनेगी, तो विपक्ष पूरा सहयोग करेगा.
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वहीं, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने सदन के सत्र की अवधि एक माह कराए जाने की मांग उठाई है. उन्होंने साफ कहा कि समस्याएं इतनी ज्यादा है कि तीन दिन में उठा पाना संभव नहीं है.
बीएसपी विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाए जाने और गन्ना किसानों के लंबित भुगतान की मांग सदन में जोरशोर से उठाने को कहा है.
Source : IANS