उमा भारती ने फिर उठाया राम मंदिर का मुद्दा, कहा- 'यूपी में 1991 के राम मंदिर आंदोलन से बड़ी लहर'

उमा भारती ने कहा, 'देश में राहुल गांधी की बात को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। अखिलेश ने उनसे हाथ मिलाकर अपनी स्थिति पहले ही खराब कर ली है।'

उमा भारती ने कहा, 'देश में राहुल गांधी की बात को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। अखिलेश ने उनसे हाथ मिलाकर अपनी स्थिति पहले ही खराब कर ली है।'

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vineet kumar
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उमा भारती ने फिर उठाया राम मंदिर का मुद्दा, कहा- 'यूपी में 1991 के राम मंदिर आंदोलन से बड़ी लहर'

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले केंद्रीय उमा भारती ने बुधवार को दावा किया कि यूपी में राम मंदिर से भी बड़ी लहर चल रही है। इससे लगता है कि यूपी में भारी बहुमत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनेगी। उमा ने इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी जमकर हमले किए।

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लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा, '1991 में राम मंदिर आंदोलन को लेकर जो लहर चली थी, वह मैंने अपने आंखों से देखी थी। तब मैं भाजपा की स्टार प्रचारक थी। आज उससे भी बड़ी लहर यूपी में चल रही है। भाजपा 250 से अधिक सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।'

उमा भारती ने कहा कि चौथे चरण का मतदान कल 53 सीटों पर होगा। इनमें बुंदेलखंड की भी 19 विधानसभा सीटें शामिल हैं। उमा ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में ही बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन किया जाएगा और उप्र के लघु एवं सीमांत किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा की जाएगी।

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केंद्रीय मंत्री ने अखिलेश और राहुल के गठबंधन को अस्वाभाविक करार देते हुए कहा, 'देश में राहुल गांधी की बात को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। अखिलेश ने उनसे हाथ मिलाकर अपनी स्थिति पहले ही खराब कर ली है। अगर वह राहुल से गठबंधन के बिना ही चुनाव लड़ते तो उनकी पार्टी भाजपा के बाद दूसरे नंबर की बड़ी पार्टी हो सकती थी।'

उमा से जब यह पूछा गया कि अखिलेश ने कहा है कि उन्होंने पारिवारिक अंतर्कलह की वजह से ही कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का फैसला किया था, इस पर उमा ने कहा, 'अखिलेश अब पारिवारिक कलह की बात कहकर सहानुभूति बटोरने का प्रयास कर रहे हैं। पर ऐसा होगा नहीं। परिवार के भीतर कलह लूट के माल के बंटवारे की वजह से हुई थी। सबको अपना-अपना हिस्सा चाहिए था।'

नमामि गंगे परियोजना को लेकर भी उमा भारती ने अखिलेश पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश की सरकार ने शुरुआत में नमामि गंगे योजना को एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) देने से ही मना कर दिया था।

उमा ने कहा, 'अखिलेश ने गंगा किनारे बसे जिलों के जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि नमामि गंगे योजना को लेकर कोई भी एनओसी जारी न की जाए। इसके बाद कई बार दबाव बनाने के बाद और संसद में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद राज्य सरकार ने एनओसी दिया।'

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यह पूछे जाने पर गंगा की सफाई कब तक धरातल पर दिखने लगेगी, उमा ने कहा, 'मैं लंबे समय से गंगा की अविरलता और निर्मलता को लेकर संघर्ष करती रही हूं। मैं गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दूंगी। प्रधानमंत्री ने इसके लिये 20 हजार करोड़ रुपये का बजट भी दे दिया है। यदि गंगा को अविरल और निर्मल बनाने में नाकाम रही तो मैं अपने प्राण त्याग दूंगी।'

Source : IANS

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