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UP पुलिस ने महिला को जाल में फंसाकर नौकरी दिलाने के नाम पर की ठगी, वापस मांगने पर की मारपीट

यूपी के उन्नाव में दूसरों को न्याय दिलाने वाली 'खाकी' पर ठगी का आरोप लगा है. एक सिपाही ने कामगार महिला को अपने जाल में फंसाकर नगर पालिका में संविदा पर नौकरी दिलाने के नाम पर 20 हजार की रकम ले ली और दो साल बीत गए लेकिन नौकरी नहीं मिली.

Updated on: 15 Jun 2020, 04:58 PM

उन्नाव:

यूपी (Uttar pradesh) के उन्नाव में दूसरों को न्याय दिलाने वाली 'खाकी' पर ठगी का आरोप लगा है. एक सिपाही ने कामगार महिला (women) को अपने जाल में फंसाकर नगर पालिका में संविदा पर नौकरी दिलाने के नाम पर 20 हजार की रकम ले ली और दो साल बीत गए लेकिन नौकरी नहीं मिली. बीते दिनों सिपाही से मुलाकात होने पर उसने पैसा वापस मांगा. जिस पर सिपाही ने पैसे देने की बात कहकर सूनसान स्थान पर बुलाया. महिला का आरोप है कि यहां सिपाही ने अश्लील हरकत के साथ मारपीट की. वहीं पुलिस कर्मी पर आरोप होने की वजह से तीन माह से दर-दर भटक रही है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है और न एफआईआर दर्ज हुई. पीड़ित महिला ने सीओ सिटी पर मामले को दबाने और सिपाही की मदद का आरोप लगाते हुए डीजीपी उत्तर प्रदेश से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई.

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डीजीपी कार्यालय से जांच आने पर सीओ हरकत में आये

वहीं डीजीपी कार्यालय से जांच आने पर सीओ हरकत में आये और महिला से पैसा वापस लेकर समझौते का दबाव बना रहे. जबकि पीड़िता सिपाही पर कार्रवाई की मांग पर अड़ी है. एसपी ने कहा कि मामला अब जानकारी में आया है, जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि गंगाघाट कोतवाली के मोहल्ला इंद्रानगर निवासी पूनम जो कि दैनिक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहीं हैं. महिला का आरोप है कि करीब 2 साल पहले गंगाघाट कोतवाली के सामने वह मजदूरी का काम कर रही थी. तभी गंगाघाट थाने में तैनात रहे सिपाही नीरज यादव ने उससे हमदर्दी जताते हुए कहा कि मजदूरी में कितना पैसा मिल जाता होगा. बातचीत के दौरान उसने गंगाघाट नगर पालिका में सफ़ाई कर्मचारी पद पर नौकरी दिलाने की बात कही. जिसकी एवज में 20 हजार रुपये मांगे. कुछ दिनों बाद नौकरी के लालच में 20 हजार रुपये इंतजाम करके दे दिए.

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3 मार्च 2020 को नीरज यादव रेलवे स्टेशन गंगाघाट पर मिल गए

कई महीनों तक नौकरी न मिलने पर टोका तो जवाब मिला कि बस कुछ दिनों में ही हो जाएगा. इस बीच आरोपी सिपाही नीरज यादव का ट्रांसफर हो गया. महिला का आरोप है कि 3 मार्च 2020 को नीरज यादव रेलवे स्टेशन गंगाघाट पर मिल गए. जो अब जीआरपी में तैनात हैं. पैसे की मांग की तो सिपाही अगले दिन रात 9 बजे घर आए और घर से बाहर आकर बात करने की बात कही. जिस पर मैं कुछ दूर सूनसान स्थान तक चली गई. आगे न जाने की बात कहकर मैं रुक गई. पैसा मांगने पर अश्लील हरकत की और मारापीटा भी. शोर मचाने पर मैं भागने में सफल रही.

शिकायत पर भी गंगाघाट पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की

महिला का आरोप है कि मामले की शिकायत पर भी गंगाघाट पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उल्टे पुलिस शिकायत वापस लेने का दबाव बना रही है. मामले की शिकायत डीजीपी लखनऊ कार्यालय में कर न्याय की गुहार लगाई है. महिला ने सीओ सिटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ से जांच आने पर सीओ सिटी यादवेंद्र यादव सिपाही से पैसा लेकर, समझौता करने का लगातार दबाव बना रहे हैं. ऐसे में खाकी के इकबाल पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर जनता की रक्षा करने वाली खाकी किस स्तर पर पहुंच गई है. एसपी विक्रान्तवीर ने बताया कि मामला अब जानकारी में आया है. मामले की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.