हाथरस गैंगरेप केस: पीड़िता का जबरन अंतिम संस्कार, सियासत हुई तेज

उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने बुधवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने पीड़िता का रात में 'जबरन' अंतिम संस्कार करा दिया. बता दें कि पीड़िता का दिल्ली के सफरजंग अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गई थी.

author-image
Vineeta Mandal
एडिट
New Update
CM Yogi Adityanath

cm yogi ( Photo Credit : https://twitter.com/ANINewsUP/status/1311171862164955136/photo/1)

उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने बुधवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने पीड़िता का रात में 'जबरन' अंतिम संस्कार करा दिया. बता दें कि पीड़िता का दिल्ली के सफरजंग अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गई थी. पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार का हर तरफ कड़ा विरोध हो रहा है. वहीं पुलिस ने हाथरस मामले में एसआईटी गठित की है और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने का निर्देश दिया हैं.

Advertisment

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये एक ट्वीट के मुताबिक, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाथरस की घटना की जांच के लिये तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गयी है, जिसमें अध्यक्ष सचिव गृह, भगवान स्वरूप होंगे जबकि पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश व सेनानायक,पीएसी आगरा, पूनम सदस्य होंगे. एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी.'

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये अन्य ट्वीट के मुताबिक, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना में फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिये हैं.'

वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विट करते हुए कहा, 'रात को 2.30 बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन हाथरस की पीड़िता के शरीर को उप्र प्रशासन ने जबरन जला दिया. जब वह जीवित थी तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया. पीड़िता की मृत्यु के बाद सरकार ने परिजनों से बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया. घोर अमानवीयता.'

उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'आपने अपराध रोका नहीं बल्कि अपराधियों की तरह व्यवहार किया।अत्याचार रोका नहीं, एक मासूम बच्ची और उसके परिवार पर दुगना अत्याचार किया. सीएम योगी इस्तीफा दो. आपके शासन में न्याय नहीं, सिर्फ अन्याय का बोलबाला है.'

बीएसपी सुप्रीमो मायावाती ने भी पुलिस के इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए कहा, 'यूपी पुलिस द्वारा हाथरस की गैंगरेप दलित पीड़िता के शव को उसके परिवार को न सौंपकर उनकी मर्जी के बिना व उनकी गैर-मौजूदगी में ही कल आधी रात को अन्तिम संस्कार कर देना लोगों में काफी संदेह व आक्रोश पैदा करता है। बीएसपी पुलिस के ऐसे गलत रवैये की कड़े शब्दों में निन्दा करती है.'

उन्होंने आगे कहा, 'अगर माननीय सुप्रीम कोर्ट इस संगीन प्रकरण का स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो यह बेहतर होगा, वरना इस जघन्य मामले में यूपी सरकार व पुलिस के रवैये से ऐसा कतई नहीं लगता है कि गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद भी उसके परिवार को न्याय व दोषियों को कड़ी सजा मिल पाएगी.'

वहीं टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली ने भी हाथरस गैंगरेप मामले पर अपनी बात रखी है. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने हाथरस में गैंगरेप को क्रूरता की हदें पार करने वाला बताते हुए उम्मीद जताई कि पीड़िता के साथ न्याय होगा. विराट कोहली ने ट्विट करते हुए लिखा है कि हाथरस में जो हुआ वह अमानवीय और क्रूरता की हद से परे है. आशा है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को सजा मिलेगी. 

गौरतलब है कि 14 सितंबर को युवती के साथ गैंगरेप की शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया था. इसके बाद आरोपियों ने उस पर जानलेवा हमला भी किया था. यह घटना चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में हुई. सोमवार को हालत बेहद गंभीर होने पर उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हालांकि मौत से पहले पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में कहा था कि चार युवकों ने उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की थी.

Source : News Nation Bureau

Up government यूपी सरकार hathras हाथरस गैंगरेप केस हाथरस रेप केस Uttar Pradesh hathras rape case उत्तर प्रदेश hathras-gangrape-case हाथरस
      
Advertisment