उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मेरठ, सहारनपुर, रुड़की और कुशीनगर में जहरीली शराब पीने से कुल मरने वालों की संख्या 82 हो गई है. जिसमें मेरठ में 18, सहारनपुर में 36, रुड़की में 20 और कुशीनगर में 8 लोगों की मौत हुई है. उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक जहरीली शराब से मरने वाले ज्यादातर वे लोग हैं जो उत्तराखंड में एक तेरहवीं संस्कार में शरीक होने गए थे और इन लोगों ने वहीं शराब का सेवन किया था.
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सहारपुर के एसएसपी ने कहा कि मामले में 3 पुलिस स्टेशनों पर एफआईआर दर्ज की गई हैं संयुक्त टीम द्वारा कल रात एक कार्रवाई की गई थी. कम से कम 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 25 एफआईआर दर्ज की गईं हैं. वहीं 400 लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है. एसएसपी ने कहा जब तक यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता तब यह छापे जारी रहेंगे.
वहीं प्रशासन की लापरवाही के लिए सरकार ने नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबर को सस्पेंड कर दिया है. शुक्रवार शाम और देर रात यूपी के मुख्य सचिव और बाद में डीजीपी ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिए कि जहरीली शराब के मामले में पूरे जिले में छापेमारी और खोजबीन की जाए. यह अभियान अगले पंद्रह दिनों तक चलेगा जिसमें धरपकड़ के साथ-साथ अवैध शराब की भट्टियों पर छापेमारी की जाएगी. सरकार की तरफ से साफ निर्देश दिए गए हैं कि जिस जिले में लापरवाही होगी वहां के पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी को इसका खामियाजा भुगतना होगा.
जाहिर है प्रशासनिक आदेश के बाद अधिकारी भी एक्शन मोड में हैं और पूरे प्रेदश में अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत बस्ती, महराजगंज, देवबंद, गोरखपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ, बुलंदशहर, मथुरा समेत दर्जनों जिलों मे एक साथ आबकारी और पुलिस की छापेमारी चल रही है. कई जगह से शराब की बरामदगी हुई है तो कई अवैध फैक्ट्रियां सील की गई हैं.
Source : News Nation Bureau