उत्तर प्रदेश की बागपत जिला जेल में कुख्यात माफिया अपराधी मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस घटना के बाद जेल प्रशासन से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सोमवार सुबह 5:30 बजे जेल खुलने के बाद इस वारदात को अंजाम दिया गया।
जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की जांच कराने का आदेश दिया है।
इस मामले में सीएम योगी ने बागपत के जेलर को सस्पेंड कर दिया है और न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि मुन्ना बजरंगी को रविवार रात को ही झांसी जेल से बागपत जेल ट्रांसफर किया गया था।
Ordered a judicial inquiry&suspension of the jailor. Such an incident occurring inside jail premises is a serious matter. Will conduct an in-depth investigation&strict action to be taken against those responsible:UP CM on Gangster Munna Bajrangi shot dead at District Jail Baghpat pic.twitter.com/A0yNzUUrgi
— ANI UP (@ANINewsUP) July 9, 2018
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुन्ना बजरंगी की हत्या के पीछे पश्चिमी उप्र और उत्तराखंड में सक्रिय सुनील राठी गैंग का हाथ बताया जा रहा है। सुनील राठी यूपी के साथ उत्तराखंड में सक्रिय है। सुनील की मां राजबाला छपरौली से बीएसपी से चुनाव लड़ चुकी है।
वर्तमान में सुनील राठी भी बागपत की जेल में बंद है।
माफिया मुन्ना बजरंगी को बागपत अदालत में पेश करने के लिए पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को एंबुलेंस से भेजा गया था। पिछले साल मुन्ना बजरंगी पर एक पूर्व विधायक और उसके भाई को धमकाने का आरोप है। इस मामले की सुनवाई सोमवार को होनी थी।
पूर्व बीएसपी विधायक लोकेश दीक्षित और उनके भाई नारायण दीक्षित से 22 सितंबर 2017 को फोन पर रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप था। बागपत की कोतवाली में मामला दर्ज हुआ था।
पुलिस की छानबीन में लखनऊ के सुल्तान अली और झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था।
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'जेल में हत्या कैसे हो गई। इसकी जांच कराई जाएगी और इसमें जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नही जाएगा। पूरे मामले की रिपोर्ट मंगाई गई है।'
सोमवार को मुन्ना बजरंगी की बागपत में रंगदारी से जुड़े एक मामले में सुनवाई थी जिसको लेकर उसे रात 9 बजे ही बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था।
इससे पहले मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने 29 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जेल में हत्या करने की साजिश रचे जाने की बात की थी। इस दौरान उनके साथ मुन्ना बजरंगी के वकील विकास श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
इस संबंध में सीमा सिंह ने पुलिस के कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ अदालत में शिकायत भी की थी। ऐसे में जेल के अंदर ही सनसनीखेज तरीके से हत्या होने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
आपको बता दें कि मुन्ना बजरंगी उर्फ प्रेम प्रकाश सिंह की गिनती पूर्वांचल के कुख्यात अपराधियों में होती है। कई बड़ी आपराधिक वारदातों में बजरंगी का नाम सामने आया था।