अयोध्या पर फैसले से पहले उत्तर प्रदेश छावनी में तब्दील, स्कूल-कॉलेज 11 नवंबर तक बंद
अयोध्या पर शनिवार सुबह 10.30 बजे आने वाले फैसले के चलते देशभर में अलर्ट है. उत्तर प्रदेश को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
लखनऊ:
अयोध्या पर शनिवार सुबह 10.30 बजे आने वाले फैसले के चलते देशभर में अलर्ट है. उत्तर प्रदेश को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है. हर जिले में भारी पुलिस फोर्स तैनात है. केंद्र ने उत्तर प्रदेश की मदद के लिए चार हजार अर्धसैनिक बल भेजे हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने 40 कंपनी अतिरिक्त सुरक्षा बल उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराए हैं. उत्तर प्रदेश में तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी गई है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर आदि संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती है. शासन के निर्देश पर कमिश्नर और डीआईजी को संवेदनशील क्षेत्रों में नाइट कैंप करने को कहा गया है. अयोध्या की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है. अयोध्या पर सुरक्षा व्यवस्था ऐसी है कि परिंदा भी न पर मार सके.
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राज्य में सभी स्कूल-कॉलेज 11 नवंबर तक बंद
अयोध्या के फैसले को देखते उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संसस्थान और प्रशिक्षण केंद्रों को 9 से 11 नवंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट शनिवार को फैसला सुनाएगा, और मामले को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी करने के सख्त निर्देश दिए हैं. हालांकि इससे पहले ही अयोध्या में 10 दिसंबर तक के लिए धारा 144 लगा दी गई है. इसके अलावा मथुरा और काशी समेत उत्तर प्रदेश के सभी संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवानों को लगाया गया है.
अयोध्या मामले पर अफसरों ने मीडिया से मांगा सहयोग
उधर, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय आने से पहले अयोध्या में अधिकारियों ने मीडिया कर्मियों के साथ बैठक कर सहयोग की अपेक्षा जताई है. कमिश्नर मनोज मिश्र, आइजी डॉ. संजीव गुप्त, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा एवं एसएसपी आशीष तिवारी ने शुक्रवार शाम मीडियाकर्मियों के साथ बैठक की. इस बैठक का मकसद मंदिर-मस्जिद विवाद में सहयोग करने का रहा. जिलाधिकारी ने इलेक्ट्रानिक एवं न्यूज पोर्टल के कुछ न्यूज को लेकर सवाल उठाया. मंदिर-मस्जिद विवाद में आने वाले निर्णय का अनुपालन कराने की जानकारी दी. कोर्ट की गाइडलाइन के बारे में बताया. अफवाहों की पुष्टि करने के बाद खबर ब्रेक करने की सलाह दी. साथ ही उन्होंने कहा कि निषेधाज्ञा लागू है, परिस्थितियां सामान्य हैं, और सामान्य न होतीं तो 14 कोसी परिक्रमा में 30 लाख श्रद्धालु कैसे आते.
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फैसले को जीत-हार से न जोड़ें: प्रधानमंत्री
अयोध्या पर फैसले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से सद्भावना की महान परंपरा को मजबूत करने की अपील की है. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, 'अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे.'
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