उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा नमाज़ और सूर्य नमस्कार की तुलना करते हुए कहा कि दोनों की मुद्राएं एक जैसे हैं।
योग महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'सूर्य नमस्कार की प्रक्रिया देखें तो पाएंगे कि मुस्लिम बंधु जो नमाज़ पढ़ते हैं उससे वो मिलती जुलती है। दोनों बिल्कुल एक जैसी हैं लेकिन उन्हें जोड़ने का प्रयास नहीं किया गया क्योंकि जो लोग सत्ता में थे उन्हें योग की नहीं, भोग की आदत थी।'
उन्होंने कहा कि जिन्होंने समाज को जाति, मजहब और पंथ के आधार पर बांटा है, वे योग पर कैसे विश्वास कर सकते हैं।
योग गुरू और पतंजलि के संस्थापक बाबा रामदेव की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'पहले योग को सांप्रदायिक माना जाता था। 2014 से पहले योग महोत्सव की बात की जाती तो इसे सांप्रदायिक करार दिया जाता।'
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने लखनऊ में योग महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि 21 जून को भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने योग को दुनिया का दिवस बना दिया। 21 जून को सूर्य की सबसे की सबसे तीखी रोशनी पृथ्वी पर पड़ती है और हम उस ऊर्जा को संचित कर सकें।
उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर सदन तक की यात्रा की है और मुझे यूपी की बीमारियों के बारे में पता है और इसका इलाज भी जानते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनने को लेकर भी खुलासे किये। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने एक दिन पहले कहा था कि आपको सीएम बनना है।
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HIGHLIGHTS
- योगी आदित्यनाथ ने कहा, नमाज़ और सूर्य नमस्कार की मुद्राएं एक समान
- योगी ने कहा, जिन्होंने समाज को मजहब के आधार पर बांटा, वे योग पर कैसे विश्वास कर सकते हैं
- मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे यूपी की बीमारियों के बारे में पता है और इसका इलाज भी जानते हैं
Source : News Nation Bureau