योगी के राज्य में 'मिशन 2022' का अहम हिस्सा बने मोदी के करीबी, मिला उपाध्यक्ष का पद
विधानसभा चुनाव 2022 विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव किया है
highlights
- विधानसभा चुनाव 2022 से पहले BJP ने उ.प्र. पार्टी संगठन में किया बदलाव
- भाजपा ने विधान परिषद सदस्य एके शर्मा को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है
- स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की
लखनऊ:
विधानसभा चुनाव 2022 से पहले भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव किया है. भाजपा ने विधान परिषद सदस्य एके शर्मा को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की है. नए पदाधिकारियों में प्रांशुदत्त द्विवेदी (फर्रूखाबाद) को युवा मोर्चा, गीताशाक्य राज्यसभा सांसद (औरैया) को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा, नरेन्द्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा, कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा व कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया है. एके शर्मा की बात करें तो भाजपा ने उनको हाल ही एमएलसी बनाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी मानें जाने वाले शर्मा पिछले 18 सालों से मोदी टीम का हिस्सा रहे हैं.
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ब्राह्मणों को साधने का एक प्रयास
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने प्रदेश संगठन में बड़ा बदलाव किया है. पार्टी ने पूर्व आईएएस और विधान परिषद सदस्य एके शर्मा को प्रदेश संगठन में उपाध्यक्ष बनाया है. भाजपा का यह कदम राज्य में नाराज चल रहे ब्राह्मणों को साधने का एक प्रयास माना जा रहा है. राजनीतिक जानकारों के अनुसार यूपी में ब्राह्मण भाजपा विशेषकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नाराज चल रहे हैं, अब चूंकि राज्य में ब्राह्मणों मतदाताओं की संख्या 14 प्रतिशत के आसपास है तो ऐसे में आलाकमान इस वोट बैंक को छिटकने देना नहीं चाहती है. जिसके चलते पार्टी ने एके शर्मा को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देकर ब्राह्मण समाज को सकारात्मक संदेश दिया है. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद को भी भाजपा में लाना ब्राहमणों को ही साधने का प्रयास समझा जा रहा है. क्योंकि जितिन प्रसाद एक ब्राह्मण संगठन भी चलाते हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उनकी अच्छी पकड़ है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि उनको योगी मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया जा सकता है.
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अर्चना मिश्रा को भी बड़ी जिम्मेदारी
इसके साथ ही अर्चना मिश्रा को भी बड़ी जिम्मेदारी देकर संगठन में मंत्री बनाया गया है. वााल्मीकि समाज से अमित वााल्मीकि को भी मंत्री पद दिया गया है. आपको बता दें कि मिशन 2022 के तहत भाजपा पूरे चुनावी मोड़ में आ चुकी है. पार्टी में लगातार हो रहे फेरबदल इस बात का संकेत है कि भाजपा चुनाव को लेकर नए समीकरण बैठा रही है.
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