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दूल्हा ईसाई और दुल्हन मुस्लिम, मगर शादी के लिए भरी मांग 

यह अनूठी शादी बरेली स्थित अगस्‍त्य मुनि के आश्रम में हुई. मंदिर के महंत और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने पूरे रस्मों रिवाज से विवाह सम्पन्न हुआ.

Updated on: 01 Apr 2022, 12:02 AM

बरेली:

एक शादी कुछ इस अंदाज में हुई कि यह देश भर में चर्चा का विषय बन चुकी है. इस अनोखी शादी में दूल्हा ईसाई और दुल्हन मुस्लिम थी, मगर शादी पूरे हिंदू रीति रिवाज से हुई.  मांग भरी गई, सात फेरे लिए गए, कन्यादान और गोद भराई की रस्म भी निभाई गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह अनूठी शादी बरेली स्थित अगस्‍त्य मुनि के आश्रम में हुई. मंदिर के महंत और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने पूरे रस्मों रिवाज से विवाह सम्पन्न कराया. जानकारी के अनुसार सुमित नामक ईसाई युवक और नूर बी प्यार करते थे. दोनों सनातनी संस्कारों से काफी प्रभावित थे. ऐसे में सुमित और नूर ने सनातम धर्म अपनाने का निर्णय लिया.

नूर बी बनी निशा

इसके बाद दोनों ने सनातन धर्म अपनाया और उसी के अनुसार शादी भी की. सभी रस्में पूरी होने के बाद नूर बी ने अपना नाम निशा बताया. वहीं शादी के बाद वो अपने पति के साथ ससुराल चली गई. इन दोनों की लव स्टोरी भी करीब तीन वर्ष पुरानी है. पीलीभीत की रहने वाली निशा और पूरनपुर के सुमित की मुलाकात इंटर मीडिएट की पढ़ाई के दौरान हुई. इस दौरान दोनों एक दूसरे को पंसद करने लगे लेकिन दोनों के बीच धर्म की दीवार बन गई. 

दोस्तों ने की मदद

सुमित ने नूर को बताया ​कि उसे सनातन धर्म के संस्कार काफी पसंद हैं. उसने नूर के सामने सनातन धर्म से शादी करने का प्रस्ताव रखा. इसे नूर ने भी स्वीकार कर लिया. इस संबंध में सुमित ने अपने दोस्तों की सहायता मांगी. इसके बाद दोनों की शादी करवाने के लिए हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता तैयार हो गए. इस दौरान हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने नूर की गोद भराई की रस्म भी निभाई. वहीं खुद महंत ने कन्यादान किया. सुमित ने नूर की मांग भरी और सात फेरे लिए.