उत्तर प्रदेश के शामली जिले के मंटी हसनपुर गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मुस्लिम युवक इमामुद्दीन अंसारी को शनि देव मंदिर में फर्जी पुजारी बनकर पूजा-पाठ कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह व्यक्ति पिछले दो सालों से ‘बाबा बंगालीनाथ’ के नाम से रह रहा था और लोगों को धार्मिक अनुष्ठान करवा रहा था.
पुलिस को सूचना मिली थी कि मंदिर में पूजा करवाने वाला व्यक्ति असली पुजारी नहीं है बल्कि वह मुस्लिम समुदाय से है. जब जांच हुई तो उसकी पहचान इमामुद्दीन अंसारी पुत्र मोहम्मद अंसारी के रूप में हुई, जो पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले का रहने वाला है.
पुलिस को मिले सबूत
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने उसकी कुटिया से दो आधार कार्ड बरामद किए हैं. एक कार्ड में उसका नाम बंगालीनाथ था और दूसरे में असली नाम इमामुद्दीन अंसारी. पूछताछ में उसने बताया कि वह पहले सहारनपुर में विजय नाम से कमालनाथ बाबा के साथ रह चुका है और वहीं रहते हुए फर्जी आधार कार्ड बनवाया था.
साल 2015 से 2022 तक वह सहारनपुर जिले के शाकंभरी रोड पर ‘बंगालीनाथ’ के नाम से रह रहा था. इसके बाद वह नकुड़ में कुछ समय रहा और फिर 2023 में मंटी हसनपुर गांव आ गया. गांव में उसने कुटिया बनाई, धूनी रमाई और खुद को साधु बताकर लोगों का विश्वास जीत लिया. गांव वालों से चंदा इकट्ठा कर शनि मंदिर का निर्माण भी शुरू करवा दिया था.
जब कुछ ग्रामीणों को उस पर शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने उसकी कुटिया पर छापा मारा और पूछताछ में उसकी सच्चाई सामने आई.
भेजा गया जेल
थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आरोपी पहचान छिपाकर रह रहा था, उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है. इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और पश्चिम बंगाल पुलिस को भी इस मामले की जानकारी दी गई है.
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी की पत्नी और बेटा पश्चिम बंगाल में रहते हैं और वे मुस्लिम हैं. पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है.