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यूपी उपचुनाव परिणाम 2019: बीजेपी 7, सपा 2, बसपा 1 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे

UP By Election Results (यूपी उपचुनाव रिजल्ट) 2019ः इस उपचुनाव में कुल 109 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है, जिसका फैसला आज होगा.

Updated on: 24 Oct 2019, 11:47 AM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में वोटों की गिनती आज होने वाली है. देश में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर उपचुनाव हुआ था. राज्य में सोमवार को 47.05 फीसदी मतदान हुआ था. जिन सीटों पर मतदान हुआ, वे हैं- गंगोह, रामपुर, इगलास (अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित), लखनऊ कैंट, गोविंद नगर, माणिकपुर, प्रतापगढ़, जैदपुर (आरक्षित), जलालपुर, बलहा (आरक्षित) और घोसी. सबसे ज्यादा 60.30 प्रतिशत मतदान सहारनपुर के गंगोह और सबसे कम मतदान 28. 53 फीसद लखनऊ के कैंट विधानसभा क्षेत्र में हुआ था.

इस उपचुनाव में कुल 109 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है, जिसका फैसला आज होगा. लखनऊ कैंट सीट पर सबसे अधिक 13 उम्मीदवार हैं. जलालपुर सीट पर 12, जबकि घोसी, गंगोह, प्रतापगढ़ और बलहा में 11-11 उम्मीदवार मैदान में हैं. गोविंद नगर और मणिकपुर में 9-9, जबकि रामपुर, इगलास और जैदपुर में 7-7 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं.

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किटिकल बूथों पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 429 बूथों पर वेबकास्टिंग कराई गई थी. 5435 ईवीएम की कंट्रोल यूनिट, 5435 बैलट यूनिट और 5888 वीवीपैट तैयार किए गए थे. उपचुनाव में कुल 4529 मतदेय स्थल और 2307 मतदान केंद्र बनाए गए थे. मतदान पर सतर्क ²ष्टि रखने के लिए आयोग ने 11 सामान्य प्रेक्षक और 11 व्यय प्रेक्षक तैनात किए थे. इसके अतिरिक्त 337 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 60 जोनल मजिस्ट्रेट, 471 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 520 माइकोऑब्जर्वर भी तैनात किए गए थे.

उपचुनाव पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है, क्योंकि परिणाम विधानसभा के गणित को आंशिक रूप से ही बदल पाएंगे. इसके परिणाम से पार्टियों में उत्साह बढ़ेगा. राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में उपचुनाव एक तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए परीक्षा की तरह है. भारतीय जनता पार्टी के पास यहां 403 विधानसभा सीटों में से 302 हैं. यहां 11 सीटों के लिए भाजपा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच चौतरफा मुकाबला है.

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इन सीटों में से 8 सीट पहले भाजपा के पास थी, एक सीट उसके सहयोगी दल अपना दल (सोनेलाल) के पास थी. वहीं रामपुर और जलालपुर (आंबेडकरनगर) क्रमश: समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के पास थी. इस बार बीजेपी ने अपने सहयोगी अपना दल (एस) के साथ चुनाव लड़ा है. अपना दल (एस) ने प्रतापगढ़ सीट पर उम्मीदवार उतारा. सपा ने रालोद के लिए अलीगढ़ की इगलास सीट छोड़ी थी, लेकिन उम्मीदवार का नामांकन खारिज हो गया. ऐसे में सपा के सुधाकर सिंह घोसी में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सियासी मैदान में हैं. वहीं बसपा और कांग्रेस ने अलग-अलग उम्मीदवार खड़े किए हैं.