यूपी STF ने इंटरनेशनल जलसाजो को नोएडा के सेक्टर 59 से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी विदेशी लोगो के लैपटॉप और कंप्यूटर को टेक्निकल सपोर्ट देने के नाम पर उनके बैंक खातों से रकम निकल लिया करते थे. UPSTF द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक STF को जानकारी मिली की नोएडा में बैठ कर करीब आधा दर्जन देशों में ठगी का नेटवर्क चलाया जा रहा है. इस जानकारी पर STF सेक्टर 59 B ब्लॉक में छापेमारी की तो यहां पर ठगी का बड़े लेवल पर कारोबार चलता पाया है. आरोपियों ने इंटरनेशनल कॉल सेंटर स्थापित किया हुआ था और आरोपी विदेशी लोगों को टेक्निकल सपोर्ट देने के नाम पर ठगी के कारोबार को अंजाम दे रहे थे. STF ने आरोपियों के बैंक खातों की जांच की उनमें 170 करोड़ मिले और कई करोड़ की प्रॉपर्टी इस पैसे से खरीदने के सबूत मिले है.
इस तरह से करतें थे विदेशों में ठगी
STF की जांच में खुलासा हुआ है की ये गैंग VOIP कॉलिंग फिजिकल क्लाउड सर्वर लगा कर DID के माध्यम से विदेशों में TFN/ IBR / कॉलिंग और ईमेल ब्लास्टिंग व टीगर आदि के माध्यम से cubedialer रिफंड व टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर सिस्टम को रिमोट पर लेते है और दर्जनों कपनियो की आड़ में अरबों रुपए जालसाजी से कमा रहे थे
मास्टरमाइंड सहित ये 10 लोग हुए गिरफ्तार
STF ने कॉल सेंटर का संचालन करने वाले मास्टरमाइंड करन मोहन और विनोद सिंह जो की डारेक्टर की भूमिका में थे और ध्रुव नारंग, मयंक गोगिया ,अक्षय मालिक, दीपक सिंह, आहूजा पोडवाल , अक्षय शर्मा, जयंत सिंह , और मुकुल रावत को गिरफ्तार किया है और इनके कब्जे से 12 मोबाइल , 77 डेस्कटॉप, 81 CPU, 56 VOIP डायलर, और 37 क्रेडिट कार्ड बरामद किए गए है. पकड़े गए आरोपियों के अन्य साथियों और इनके द्वारा इस तरह से कमाए पैसे से अर्जित की गई प्रॉपर्टी और गाड़ियों को लेकर भी STF तफ्तीश कर रही है ताकि ये पता लगाया जा सके की इस जालसाजी में कुल कितने लोग शामिल है और ये कितने करोड़ो की ठगी कर चुके है. कारोबार चलता पाया है. आरोपियों ने इंटरनेशनल कॉल सेंटर स्थापित किया हुआ था . और आरोपी विदेशी लोगो को टेक्निकल सपोर्ट देने के नाम पर ठगी के कारोबार को अंजाम दे रहे थे. STF ने आरोपियों के बैंक खातों की जांच की उनमें 170 करोड़ मिले और कई करोड़ की प्रॉपर्टी इस पैसे से खरीदने के सबूत मिले है .
इस तरह से करतें थे विदेशों में ठगी
STF की जांच में खुलासा हुआ है की ये गैंग VOIP कॉलिंग फिजिकल क्लाउड सर्वर लगा कर DID के माध्यम से विदेशों में TFN/ IBR / कॉलिंग और ईमेल ब्लास्टिंग व टीगर आदि के माध्यम से cubedialer रिफंड व टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर सिस्टम को रिमोट पर लेते है और दर्जनों कंपनियो की आड़ में अरबों रुपए जालसाजी से कमा रहे थे .
मास्टरमाइंड सहित ये 10 लोग हुए गिरफ्तार
STF ने कॉल सेंटर का संचालन करने वाले मास्टरमाइंड करन मोहन और विनोद सिंह जो की डारेक्टर की भूमिका में थे और ध्रुव नारंग, मयंक गोगिया ,अक्षय मालिक, दीपक सिंह, आहूजा पोडवाल, अक्षय शर्मा, जयंत सिंह , और मुकुल रावत को गिरफ्तार किया है और इनके कब्जे से 12 मोबाइल , 77 डेस्कटॉप, 81 CPU , 56 VOIP डायलर और 37 क्रेडिट कार्ड बरामद किए गए है. पकड़े गए आरोपियों के अन्य साथियों और इनके द्वारा इस तरह से कमाए पैसे से अर्जित की गई प्रॉपर्टी और गाड़ियों को लेकर भी STF तफ्तीश कर रही है ताकि ये पता लगाया जा सके की इस जालसाजी में कुल कितने लोग शामिल है और ये कितने करोड़ो की ठगी कर चुके है.
Source : Amit Choudhary