UP School Holiday: स्कूलों में हो गया छुट्टी का ऐलान, जारी हुए ये दिशा निर्देश

UP School Holiday: आप भी उत्तर प्रदेश में रहते हैं. क्या आपके बच्चे भी स्कूल जाते हैं तो आपके लिए ये काम की खबर है। जी हां अब यूपी के स्कूलों में छुट्टी का ऐलान हो गया है।

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Dheeraj Sharma
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UP School Holiday: आप भी उत्तर प्रदेश में रहते हैं. क्या आपके बच्चे भी स्कूल जाते हैं तो आपके लिए ये काम की खबर है। जी हां अब यूपी के स्कूलों में छुट्टी का ऐलान हो गया है। ऐसे में आप भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने से पहले एक बार फिर जरूर पता कर लें कि कहीं आपके बच्चे के स्कूल में हॉलिडे का ऐलान तो नहीं हो चुका है और हो चुका है तो कब तक बंद रहेंगे स्कूल। बता दें कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान बच्चों की ऊर्जा को सही दिशा में लगाने और उन्हें नया अनुभव देने के उद्देश्य से परिषदीय विद्यालयों में इस वर्ष समर कैंप का आयोजन 21 मई से 10 जून तक किया जा रहा है। 

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लगाए जा रहे समर कैंप

स्कूल में छुट्टियों का मतलब है इन दिनों बच्चों के लिए समर कैंप कंडक्ट किए जा रहे हैं. यह कैंप सिर्फ समय बिताने का माध्यम नहीं, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त प्रयास है। शिक्षा विभाग की मंशा है कि यह शिविर बच्चों के लिए एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव बने।

कब से कब तक चलेंगे कैंप

समर कैंप का आयोजन प्रतिदिन सुबह 7 बजे से 10 बजे तक किया जाएगा, जिसमें बच्चों को योग, इनडोर खेल, क्राफ्ट, आनंददायक शिक्षण गतिविधियां और रचनात्मक कार्यों से जोड़ा जाएगा। इस तीन घंटे के समय में बच्चों को ना सिर्फ मानसिक बल्कि शारीरिक रूप से भी सक्रिय रखा जाएगा। योग की सहायता से उन्हें स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में प्रेरित किया जाएगा, वहीं खेलों के माध्यम से टीम भावना और अनुशासन का विकास होगा।

टीचर्स की ली जाएगी हेल्प

शिविर में क्राफ्ट और अन्य रचनात्मक गतिविधियां बच्चों की कल्पनाशक्ति और सृजनात्मक क्षमता को निखारने में सहायक होंगी। इन गतिविधियों को रोचक और सहभागी बनाने के लिए स्थानीय शिक्षकों की मदद ली जाएगी, जो बच्चों की रुचि के अनुसार कार्यक्रम तैयार करेंगे। आनंददायक शिक्षण विधियों के माध्यम से जटिल विषयों को सरल व मजेदार तरीके से समझाया जाएगा, जिससे बच्चों में सीखने के प्रति रुचि उत्पन्न हो।

शिक्षा निदेशालय ने जारी किए निर्देश

शिक्षा निदेशालय की ओर से आयोजित ऑनलाइन बैठक में सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि इस शिविर को केवल औपचारिकता न समझा जाए। अपर राज्य परियोजना निदेशक श्रीमती एकता सिंह ने बैठक में कहा कि समर कैंप पूरी तरह स्वैच्छिक होगा, इसलिए बच्चों को शामिल करने से पहले उनके अभिभावकों की सहमति आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस शिविर को बच्चों के लिए ज्ञान, आनंद और नवाचार से भरपूर बनाएं।

खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतिदिन कम से कम पांच से दस स्कूलों का निरीक्षण करने का कार्य सौंपा गया है। उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि शिविर में बच्चों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों और किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान तत्काल किया जाए। समर कैंप की नियमित निगरानी से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कार्यक्रम प्रभावी रूप से संचालित हो और बच्चों को अधिकतम लाभ मिल सके।

बच्चों में बढ़ेगा आत्मविश्वास

यह पहल न केवल बच्चों को एक सकारात्मक और संरचित वातावरण प्रदान करेगी, बल्कि शिक्षकों के लिए भी यह एक अवसर होगा कि वे पारंपरिक शिक्षण पद्धतियों से हटकर कुछ नया और रोचक प्रस्तुत करें। समर कैंप के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास, सामूहिकता और अभिव्यक्ति की क्षमता का विकास होगा, जिससे वे नए सत्र की शुरुआत ऊर्जा और उत्साह के साथ कर सकेंगे।

इस प्रकार, परिषदीय विद्यालयों का यह समर कैंप बच्चों के लिए एक यादगार, ज्ञानवर्धक और आनंददायक यात्रा साबित होने जा रहा है।

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