logo-image

जानिए विकास दुबे की कलंक कथा, इन 6 लोगों ने की समाप्त

दुर्दांत अपराधी विकास दुबे पर घोषित 5 लाख का इनाम मध्य प्रदेश पुलिस के तीन सिपाहियों समेत छह लोगों को मिलेगा. मध्य प्रदेश पुलिस ने इनाम के लिए यूपी के डीजीपी को नाम भेज दिए हैं.

Updated on: 06 Dec 2020, 08:57 AM

लखनऊ:

उज्जैन के महाकाल मंदिर में ‘मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला’ कहकर अपनी पहचान बताने वाला उत्तर प्रदेश का दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकड़वाने के मामले में 6 लोगों के नाम सामने आए है, जिनमें तीन सिपाही हैं और तीन और लोगों के नाम है. इन लोगों को अपराधी विकास दुबे पर घोषित 5 लाख का इनाम मिलेगा. मध्य प्रदेश पुलिस ने इनाम के लिए यूपी के डीजीपी को नाम भेज दिए हैं. 

यह भी पढ़ें : सरकार-किसानों की वार्ता बेनतीजा रही, 9 को होगी अगली बैठक

मध्य प्रदेश पुलिस ने डीजीपी मुख्यालय को जो नाम भेजे हैं उसमें मध्य प्रदेश के महाकाल थाने के तीन सिपाही विजय राठौर, जितेंद्र कुमार और परशुराम के अलावा विकास दुबे को सबसे पहले पहचानने वाले फूल विक्रेता सुरेश कंहार, महाकाल मंदिर के निजी सिक्योरिटी गार्ड राहुल शर्मा और धर्मेंद्र परमार को इनाम की राशि देने के लिए चुना गया है.

दरअसल, 9 जुलाई 2020 को गैंगस्टर विकास दुबे महाकाल मंदिर परिसर में पकड़ा गया था. इसके बाद से ही यह सवाल उठ रहा था कि आखिर उस पर घोषित 5 लाख रुपये का इनाम किसे दिया जाएगा. उज्जैन के एसपी ने इसका पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन किया था. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. इसमें इनाम के हकदार छह लोगों के नाम हैं.

यह भी पढ़ें : नए संसद भवन का 10 दिसंबर को PM मोदी करेंगे भूमि पूजन: ओम बिड़ला

बता दें कि कानपुर नगर के  बिकरु गांव में विकास दुबे के घर 2 जुलाई की रात दबिश देने गयी पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था. इसमे 6 पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे. इस मामले में फरार विकास दुबे पर शासन ने पांच लाख का इनाम घोषित किया था. बाद में विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन ज़िले में महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था.