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सुबह-सुबह मस्जिद के सर्वे के लिए पहुंची पुलिस पर पथराव
Sambhal Shahi Jama Masjid Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में सुबह-सुबह पुलिस पर पथराव कर दिया गया. दरअसल, शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए पुलिस सुबह 6 बजे पहुंची थी. उसी समय अचानक से भीड़ आक्रोशित हो गई और पुलिस पर पथराव कर दिया. भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस भी छोड़े और लोगों पर लाठीचार्ज किया. इस पथराव में कई पुलिसकर्मी और एसपी घायल हो गए.
#WATCH | Uttar Pradesh: An incident of stone pelting took place in Sambhal when a survey team reached Shahi Jama Masjid to conduct a survey of the mosque. Police used tear gas to control the situation.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 24, 2024
Following a petition filed by senior advocate Vishnu Shanker Jain in the… pic.twitter.com/HWPRrVaN6P
अनहोनी की आशंका को देखते हुए पहले से ही इलाके में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है. साथ ही मौके पर डीएम-एसपी को भी तैनात किया गया है. इस घटना पर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान देते हुए सख्त कार्रवाई की बात कही है. पहले से मस्जिद में सर्वे को लेकर झड़प की आशंका थी.
क्यों सर्वे के लिए पहुंची पुलिस?
बता दें कि हिंदू पक्ष के लोगों ने 19 नवंबर को एक याचिका दायर की थी, जिसमें यह दावा किया गया है कि संभल की शाही जामा मस्जिद में पहले श्री हरिहर जी का मंदिर हुआ करता था और इसे बाबर के शासनकाल में मस्जिद में तब्दील कर दिया गया. हिंदुओं के इस दावे के बाद कोर्ट ने मस्जिद में सर्वे के लिए लोग भेजे हैं. संभल में पहले से ही हंगामे की आशंका थी. इसलिए यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. 29 नवंबर को सर्वे कर पुलिस को जिला अदालत को रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है.
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बाबर ने मंदिर को ध्वस्त कर बनाया मस्जिद
याचिकाकर्ता ने याचिका में दावा करते हुए बताया है कि साल 1529 में बाबर ने मंदिर को ध्वस्त कर दिया था और वहां मस्जिद बनवा दिया. साथ ही हरिहर मंदिर को आस्था का केंद्र बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार कल्कि का अवतार कलयुग में यहां से होना है. साथ ही मस्जिद में कई सारे ऐसे निशान भी मौजूद है, जो यह साबित करता है कि पहले यहां मंदिर हुआ करता था. इस याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने सर्वे का निर्देश दिया है.