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ट्विटर पर यूपी पुलिस ने दिया जवाब।( Photo Credit : News State)
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पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून का जमकर विरोध हुआ. इस विरोध में कई प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. वहीं पुलिस के भी बहुत से जवान घायल हो गए.
ट्विटर पर यूपी पुलिस ने दिया जवाब।( Photo Credit : News State)
पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून का जमकर विरोध हुआ. इस विरोध में कई प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. वहीं पुलिस के भी बहुत से जवान घायल हो गए. उत्तर प्रदेश पुलिस के करीब 250 जवान घायल हुए हैं. विरोध के दौरान पुलिस को कई इलाकों में बल प्रयोग करना पड़ा. इसे लेकर पुलिस की काफी आलोचना भी हुई. हाल ही में एक विदेशी पत्रकार ने भी उत्तर प्रदेश पुलिस को घेरना चाहा. जिसके बाद यूपी पुलिस ने उसे करारा जवाब दे डाला.
More than 250 police persons have been injured- 62 with gunshot injuries. Live and fired cartridges of non-prohibited bore (not used by the police) in excess of 700 have been recovered from 'peacefully protesting' citizens.#uppolice #UttarPradesh @TOILucknow @News18India https://t.co/ETcK4LGmce
— UP POLICE (@Uppolice) December 23, 2019
दरअसल मध्य-पूर्व के पत्रकार सीजे वर्लीमन ने पुलिस की लाठीचार्ज का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि 'भारतीय सुरक्षा बलों ने उत्तर प्रदेश में सरकार के मुस्लिम विरोधी नागरिकता संशोधन कानून का शांतिपूर्वक विरोध करने वालों को बर्बरतापूर्वक पीटा. इतना ही नहीं पिछले हफ्ते विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से भारत के सबसे बड़े राज्य में एक 8 वर्षीय लड़की सहित 20 से अधिक मुस्लिमों की पुलिस ने हत्या कर दी है.'
पत्रकार का इतना लिखना ही था कि उत्तर प्रदेश पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल ने जवाब दिया. यूपी पुलिस ने तंज कसते हुए एकदम बोलती बंद करने वाला जवाब दिया. पुलिस ने कहा 'इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में 250 से ज्यादा पुलिस वाले घायल हुए हैं. इनमें से 62 पुलिस वाले बंदूक की गोली से घायल हुए हैं. इन्हीं शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले लोगों से 700 से भी जिंदा कारतूस और खोखे बरामद किए गए हैं. सभी खोखे ऐसे हैं जो पुलिस के द्वारा इस्तेमाल में नहीं किए गए हैं.
879 लोग गिरफ्तार
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में हिंसा की घटनाओं के संबंध में यूपी पुलिस ने 879 लोगों को गिरफ्तार किया जबकि 164 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा 5,312 लोगों को प्रतिबंधात्मक हिरासत में लिया गया है जबकि इस दौरान पुलिस के 288 जवानों को भी चोटें आईं हैं इनमें से 61 पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों की आगजनी के दौरान घायल हुए हैं.
इसके पहले उत्तर प्रदेश लॉ एंड ऑर्डर आईजी प्रवीण कुमार ने शनिवार को बताया था कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध पूरे प्रदेश में 10 दिसंबर से लेकर 22 दिसंबर तक 124 उपद्रियों पर FIR दर्ज हुई है वहीं 705 लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में अब तक जेल भेजा गया था जबकि 4500 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद निजी मुचलके पर छोड़ा गया है.
Source : Yogendra Mishra