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UP Panchayat Elections 2021: ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव टले

बढ़ते संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव फिलहाल टाल दिए गए हैं. इससे पहले पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 15 से 20 मई के बीच होने थे लेकिन अब इन्हें टाल दिया गया है.

Updated on: 10 May 2021, 07:03 PM

highlights

  • 15 जून के बाद चुनाव होने की उम्मीद
  • 15 से 20 मई के बीच होने थे चुनाव
  • पंचायती राज मंत्री ने भी चुनाव टालने की कही थी बात

नई दिल्ली:

कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर से उत्तर प्रदेश के हालात काफी खराब हो चुके हैं. गांव-गांव तक संक्रमण (COVID-19) फैलने के पीछे यूपी पंचायत चुनाव (UP Panchayat Election 2021) को बड़ा कारण बताया जा रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब एक बड़ा फैसला लिया गया है. बढ़ते संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख (Block Pramukh) और जिला पंचायत अध्यक्ष (Jila Panchayat President) के चुनाव फिलहाल टाल दिए गए हैं. इससे पहले पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 15 से 20 मई के बीच होने थे लेकिन अब इन्हें टाल दिया गया है.

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जानकारी के अनुसार अब ये चुनाव 15 जून के बाद होने की उम्मीद है. इससे पहले पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 15 से 20 मई के बीच होने थे लेकिन अब इन्हें टाल दिया गया है. बता दें कि 75 जिला पंचायत अध्यक्षों व 826 ब्लॉक प्रमुखों का चुनाव होना है. जिनको हाल ही में पंचायत चुनाव में नवनिर्वाचित हुए 3050 सदस्य 75 जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव करेंगे. वहीं 826 ब्लॉक प्रमुखों को 75,845 क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनेंगे. गौरतलब है कि जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए प्रमुख दलों द्वारा समर्थित उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे गए थे. 

इस आदेश से पहले सूबे के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह ने इस चुनाव की संभावनाओं को नकार दिया. उन्होंने कहा था कि इस समय सरकार का पूरा ध्यान कोरोना नियंत्रण पर है. उन्होंने कहा था कि प्रदेश में पंचायत चुनाव भी हाई कोर्ट के निर्देश पर कराने पड़े, क्योंकि इस समय स्थितियां ठीक नहीं हैं तो ऐसे में इन पदों पर भी चुनाव कराना तर्कसंगत नहीं होगा.

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वहीं पहले जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए प्रमुख दलों द्वारा समर्थित उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे गए थे. पंचायत चुनाव चूंकि पार्टी सिंबल से नहीं लड़ा जाता है इस कारण विजेता सदस्यों को लेकर दलीय दावों में एकरूपता हो पाना आसान नहीं है. गांवों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सरकार पूरी सतर्कता से काम कर रही है. पंचायत चुनाव निपटते ही प्रदेश के सभी राजस्व गांवों में पांच दिन का कोरोना जांच अभियान शुरू किया गया, जिसे अब दो दिन के लिए बढ़ा भी दिया गया है.