UP: 5 शहरों में होंगे वन-स्टॉप मेडिकल केंद्र, सभी बीमारियों का इलाज

उत्तर प्रदेश सरकार विश्व एड्स दिवस के दिन एक दिसंबर को पांच शहरों में वन स्टॉप सेंटर शुरू करेगी. वन स्टॉप सेंटर का मकसद एक ही जगह पर कई बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध कराना है. केंद्र एचआईवी, टीबी और अन्य गैर-संचारी रोगों के लिए परीक्षण प्रदान करेंगे. कानपुर और वाराणसी में दो-दो केंद्र होंगे जबकि मुरादाबाद, गौतम बुद्ध नगर और मेरठ में एक-एक केंद्र होगा. वर्तमान में 25 राज्यों में वन स्टॉप सेंटर चल रहे हैं. यूपी एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक हीरा लाल ने बताया कि इन केंद्रों में मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श की सुविधा भी दी जायेगी.

उत्तर प्रदेश सरकार विश्व एड्स दिवस के दिन एक दिसंबर को पांच शहरों में वन स्टॉप सेंटर शुरू करेगी. वन स्टॉप सेंटर का मकसद एक ही जगह पर कई बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध कराना है. केंद्र एचआईवी, टीबी और अन्य गैर-संचारी रोगों के लिए परीक्षण प्रदान करेंगे. कानपुर और वाराणसी में दो-दो केंद्र होंगे जबकि मुरादाबाद, गौतम बुद्ध नगर और मेरठ में एक-एक केंद्र होगा. वर्तमान में 25 राज्यों में वन स्टॉप सेंटर चल रहे हैं. यूपी एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक हीरा लाल ने बताया कि इन केंद्रों में मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श की सुविधा भी दी जायेगी.

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : Twitter )

उत्तर प्रदेश सरकार विश्व एड्स दिवस के दिन एक दिसंबर को पांच शहरों में वन स्टॉप सेंटर शुरू करेगी. वन स्टॉप सेंटर का मकसद एक ही जगह पर कई बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध कराना है. केंद्र एचआईवी, टीबी और अन्य गैर-संचारी रोगों के लिए परीक्षण प्रदान करेंगे. कानपुर और वाराणसी में दो-दो केंद्र होंगे जबकि मुरादाबाद, गौतम बुद्ध नगर और मेरठ में एक-एक केंद्र होगा. वर्तमान में 25 राज्यों में वन स्टॉप सेंटर चल रहे हैं. यूपी एड्स कंट्रोल सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक हीरा लाल ने बताया कि इन केंद्रों में मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श की सुविधा भी दी जायेगी.

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कानपुर में केंद्र ट्रांसजेंडरों और प्रवासी श्रमिकों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा, जबकि वाराणसी में इंजेक्टेबल ड्रग उपयोगकर्ताओं और ट्रांसजेंडरों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव डॉ. अभिषेक शुक्ला ने कहा, वन स्टॉप सेंटर लोगों को शिक्षित करेंगे और सामाजिक कलंक को दूर करने में मदद करेंगे. केंद्रों पर लक्षण के आधार पर मरीजों की जांच व जांच के लिए डॉक्टर, एएनएम होंगी. यूपी एड्स कंट्रोल सोसाइटी के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र स्वास्थ्य कार्यक्रम को उस समुदाय तक पहुंचाने में मदद करेंगे, जिन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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