उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। बीजेपी की सहयोगी भारतीय समाज पार्टी (भासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर के जिलाधिकारी (डीएम) को हटाने की मांग को लेकर धरने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर डीएम को नहीं हटाया गया तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।
हालांकि पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांग कल्याण मंत्री राजभर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद नरम दिखे। राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा, 'मैंने मुख्यमंत्री के सामने 19 मुद्दे उठाए थे, मुख्यमंत्री ने उनमें से 17 को स्वीकार कर लिया। उनके आश्वासन पर मैंने इस्तीफे वाली बात वापस ले ली है। मैंने कल से धरना देने का इरादा भी छोड़ दिया है।'
राजभर ने योगी से मुलाकात से पहले कहा था कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो सरकार से इस्तीफा दे देंगे। अगर मंत्री की बात नहीं सुनी गई तो सरकार में बने रहने का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा था, 'गाजीपुर के जिलाधिकारी के खिलाफ चार जुलाई को बड़ा धरना आयोजित किया गया है। जिलाधिकारी को 19 सूत्रीय मांगें दी गई थी, लेकिन वह लगातार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं। यदि उन्हें हटाया नहीं गया तो धरना होगा।'
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गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर का आरोप है कि जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री अपनी मनमानी पर उतारू हैं और उन्हें एक स्थानीय बड़े नेता का संरक्षण प्राप्त है।
ऐसा पहली बार नहीं है कि योगी सरकार में जिला प्रशासन और मंत्री आमने-सामने हैं। कुछ दिनों पहले ही बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता और गोरखपुर से विधायक राधा मोहनदास अग्रवाल भी स्थानीय प्रशासन से भिड़ गए थे। तब उन्होंने भी स्थानीय प्रशासन के खिलाफ धरना देने का ऐलान किया था। हालांकि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने धरना वापस ले लिया था।
Source : News Nation Bureau